रायपुर, 8 मई 2021

देश के कई राज्य और शहरों में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। वहीं छत्तीसगढ़ में शासन, प्रशासन और जनता के समन्वित प्रयासों से कोरोना संक्रमण की स्थिति सुधरने लगी है। हालांकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अभी और कड़ाई और सावधानी बरते जाने की आवश्यकता है। राज्य के मुखिया भूपेश बघेल ने आम जनता से अपील की है कि जीवन से बढ़कर कुछ नहीं है। सावधानी और कड़ाई अभी बरतना आवश्यक है। 

 राज्य में संभलने लगी है कोरोना संक्रमण की स्थिति 

मुख्यमंत्री ने आज  रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में वर्चुअल बैठक ली। जिसमें  राजनांदगांव, कबीरधाम,बस्तर संभाग के सातों जिलों के राजस्व, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुविभाग एवं खंड स्तरीय अधिकारी शामिल हुए।  इस दौरान मुख्यमंत्री ने बीमारी से बचाव एवं रोकथाम के उपाय, कोरोना संक्रमितों के इलाज, कोरोना दवा किट के वितरण की स्थिति और कोरोना जांच की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की।

बाहर से आने वालों की कोरोना जांच में ना बरतें लापरवाही

वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में बाहर से आने वाले लोगों का अनिवार्य रूप से कोरोना टेस्ट किया जाए। उन्होंने राज्य के सभी चेकपोस्ट और चौकियों पर कोरोना की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि फील्ड में पदस्थ अधिकारियों से चर्चा करने से यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि बाहर से आने वाले लोगों, शादी – ब्याह, त्यौहार आदि के आयोजन से गांवों में कोरोना संक्रमण बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन और सावधानी जरूरी है । उन्होंने अधिकारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने और उन्हें निरंतर समझाइश देने की बात कही ।

सोशल गैदरिंग पर रोक जारी रहेगी

शादी – ब्याह में 10 से अधिक लोग शामिल न हो , इसके लिए उन्होंने सभी समाज के प्रमुखों, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों की मदद से वातावरण का निर्माण करने को कहा । गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल भी बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। मुख्यमंत्री निवास में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी उपस्थित थे।

स्वास्थ सुविधा को बेहतर बनाने का प्रयास जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में स्वास्थ सुविधा को बेहतर बनाने का प्रयास सरकार ने किया है। कोरोना संक्रमण काल मे इसका लोगों को लाभ मिला है और स्थिति सुधरी है। समीक्षा बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकारियों ने बताया कि अस्पतालों में सामान्य बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड के साथ साथ वेंटिलेटर की सुविधा लोगो को उपलब्ध हुई हैं। दवाईयों की कोई कमी नही है। मितानिनों के माध्यम से कोरोना के लक्षण वाले मरीजों को दवाई किट का वितरण कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करें। मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखने और बाहर से आने वाले लोगों का कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए।

 

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