नई दिल्ली, 7 जनवरी 2021

पेट्रोलिमय पदार्थों को सरकारी नियंत्रण से बाहर किये जाने के फैसले के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आग लगी हुई है। करीब एक महीने के अंतराल के बाद सरकारी कंपनियों की बुधवार की वृद्धि से पेट्रोल के दाम अपने अब तक के सर्वाधिक उच्च स्तर के करीब पहुंच गए. पेट्रोलियम ईंधन का खुदरा मार्केटिंग करने वाली सरकारी कंपनियों की एक अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल की कीमतें 26 पैसे प्रति लीटर और डीजल की दरें 25 पैसे प्रति लीटर बढ़ाई गई हैं. इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल 83.71 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 83.97 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. इसी तरह डीजल 73.87 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 74.12 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. मुंबई में डीजल का दाम सर्वकालिक उच्च स्तर 80.78 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. पेट्रोल, डीजल के दाम में यह करीब एक महीने बाद बदलाव किया गया है. अब इनकी दरें सर्वकालिक उच्च स्तर के पास पहुंच गई हैं.

दिल्ली में पेट्रोल का सर्वकालिक उच्च स्तर चार अक्टूबर 2018 को 84 रुपये प्रति लीटर रहा था. डीजल भी इसी दिन 75.45 रुपये प्रति लीटर के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा था. तब सरकार ने मुद्रास्फीति का दबाव कम करने और उपभोक्ता धारणा को मजबूत करने के लिये पेट्रोल और डीजल पर सीमा शुल्क में 1.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. सरकारी तेल कंपनियों ने भी तक एक-एक रुपये प्रति लीटर का बोझ उठाया था.

हालांकि, इस बार सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी.

मई 2020 के बाद से पेट्रोल की कीमत में 14.28 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 11.83 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. सरकार ने मार्च और मई 2020 में दो किस्तों में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 15 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की थी. इससे वर्ष के दौरान सरकारी खजाने में 1.60 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलने की उम्मीद है.

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