रायपुर, 20 मार्च 2021
लोकसभा सांसद राहुल गांधी की वर्चुअल उपस्थिति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 21 मार्च को प्रदेश के 18 लाख 43 हजार किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की चौथी किश्त के रूप में एक हजार 104 करोड़ 27 लाख रूपए की राशि और गोधन न्याय योजना की 15वीं और 16वीं किश्त के रूप में कुल 7 करोड़ 55 लाख रूपए की राशि का अंतरण पशुपालकों के खाते में करेंगे। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में पूर्वान्ह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में मंत्रिमण्डल के सभी सदस्य उपस्थित रहेंगे।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को तीन किश्तों में 4500 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। इसी प्रकार प्रमाणित बीज उत्पादक 4777 किसानों को तीन किश्तों में 23 करोड़ 62 लाख रूपए तथा गन्ना उत्पादक 34 हजार 292 किसानों को अतिरिक्त प्रोत्साहन और आदान सहायता के रूप में 74 करोड़ 24 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना में अब तक किसानों को 4597 करोड़ 86 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री 21 मार्च के इस कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना की 15वीं किश्त के रूप में 3 करोड़ 75 लाख रूपए और 16वीं किश्त के रूप में 3 करोड़ 80 लाख रूपए का अंतरण पशुपालकों के खाते में करेंगे। गोधन न्याय योजना में अब तक पशुपालकों को 80 करोड़ 42 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि 21 मई 2020 से प्रदेश के प्रमुख फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करने के उद्देश्य से किसानों को कृषि आदान सहायता राशि प्रदाय करने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू की गई है। योजना अंतर्गत खरीफ मौसम में धान के साथ-साथ 13 अन्य फसलों मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी, रागी तथा रबी में गन्ना फसल को शामिल किया गया है।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत खरीफ 2019 में धान फसल लगाने वाले कृषकों को सहकारी समिति के माध्यम से उपार्जित रकबा के आधार पर अधिकतम राशि 10 हजार रूपए प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता राशि सीधे बैंक खाते में किश्तों में भुगतान किया जा रहा है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के 9.54 लाख सीमांत कृषक, 5.60 लाख लघु कृषक एवं 3.21 लाख दीर्घ कृषक सहित कुल 18.38 लाख किसानों को आदान सहायता राशि तीन किश्तों में 4,500 करोड़ रूपए तथा प्रमाणित बीज उत्पादक 4,777 कृषकों को तीन किश्तों का 23.62 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। इस प्रकार तीन किश्तों में कुल 18.43 लाख कृषकों को 4523.62 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
इसी तरह प्रदेश में हरेली पर्व के अवसर पर पशुपालकों को अतिरिक्त आमदनी का जरिया उपलब्ध कराने के लिए 2 रूपए प्रति किलो की दर पर गोबर की खरीदी के लिए गोधन न्याय योजना की शुरूआत गई है। इस योजना में गोबर विक्रय की राशि का पाक्षिक भुगतान किया जाता है। पशुपालकों से खरीदे जाने वाले गोबर से गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है। गौठानों में 15 मार्च तक 1 लाख 18 हजार 611 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया गया है, जिसमें से 83 हजार 900 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय भी किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से प्रदेश के 1 लाख 62 हजार 497 पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। योजना के माध्यम से 70 हजार 299 भूमिहीन ग्रामीण लाभान्वित हो रहे हैं। गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों ने 44.55 प्रतिशत महिलाएं हैं।