नई दिल्ली, 10 फरवरी 2021

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा में 3 कृषि कानूनों को लेकर लोकसभा में सफाई दे रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि कानूनों के बाद से न तो एमएसपी खत्म हुई है न मंडी खत्म हुई है और न किसी किसान को कोई नुकसान हुआ है। पीएम ने अपने संबोधन में कहा है कि मंडियो की स्थिति सुधारने और उनको और अधिक आधुनिक बनाने के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। वहीं पीएम के संबोधन से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा में हंगामा कर दिया। लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने खड़े होकर प्रधानमंत्री के बयान का विरोध किया। जिस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अधीर रंजन को बैठ जाने का इशारा किया। लेकिन अधीर रंजन चौधरी अपना विरोध दर्ज कराते रहे।

अधीर रंजन चौधरी के विरोध पर पीएम मोदी ने कहा कि आप वरिष्ठ हैं, मैं आपकी इज्जत करता हूं, लेकिन आप इस तरह से शोर-शराबा न करें। कृषि कानूनों से किसी को भी कोई नुकसान न हुआ है, न होने जा रहा है। ये स्वैच्छिक है, वैकल्पिक है। कोई किसान मंडी में फसल बेचना चाहता है, तो मंडी में बेचे, कान्ट्रेक्ट करने वाले को देना चाहे तो उसको दे, किसान अपनी फसल बेचने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है।

पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी सदस्य किसानों को ये कहकर बरगला रहे हैं कि कृषि कानूनों की मांग किसी ने नहीं की तो फिर इन कानूनों को क्यों लाया गया है।मोदी ने कहा कि देश में बाल विवाह को रोकने की मांग किसी ने नहीं की , लेकिन कानून बना, दहेज प्रथा को बंद करने की मांग किसी ने नहीं की लेकिन कानून बना, तीन तलाक को बंद करने की मांग किसी ने नहीं की लेकिन कानून बना। इसी तरह से वक्त के साथ सुधारों की जरूरत को देखते हुए कृषि कानून लाये गए हैं।

 

 

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