रायपुर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर आगमन के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) की 15,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पहली सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर परियोजना (2X660एमडब्ल्यू) का कार्य का शुभारंभ किया। यह परियोजना छत्तीसगढ़ के ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा। यह परियोजना छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बढ़ा कदम है।
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना के लिए निदेशक मंडल के अनुमोदन के उपरांत 12 फरवरी 2024 को विस्तृत निविदा जारी की गई थी।परियोजना के लिए पर्यावरणीय अनुमति 26 मार्च 2025 को मिली और निदेशक मंडल की अनुमति के पश्चात सार्वजनिक क्षेत्र की ईकाई भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड को 27 मार्च को इसका कार्यादेश जारी किया गया. छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार ने 30 मार्च को बिलासपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस महत्वपूर्ण परियोजना का कार्य का शुभारंभ कराया गया।
नवरात्रि के पहले दिन कोरबा में सबसे बड़े पावर प्लांट का कार्य प्रारंभ हो गया। छत्तीसगढ़ पावर जेनरेशन कंपनी के 15800 करोड़ की लागत से 1320 मेगावॉट के प्लांट बन जाने के बाद छत्तीसगढ़ जेनरेशन कंपनी पावर प्रोडक्शन में एनटीपीसी से भी आगे निकल जाएगा। कोरबा में अभी एनटीपीसी का 2600 मेगावॉट का प्लांट है और छत्तीसगढ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी हसदेव ताप परियोजना का 1340 मेगावॉट। 1320 मेगावॉट के इस ताप विद्युत परियोजना से उसका प्रोडक्शन बढ़कर 2660 मेगावॉट हो जाएगा।