जयपुर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 121वीं कड़ी में देशवासियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी अपने मुंबई प्रवास के दौरान मुंबई एयरपोर्ट पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुना। अपने संबोधन में मोदी ने जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह हमला आतंक के सरपरस्तों की हताशा को दिखाता हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में शांति लौट रही थी और लोकतंत्र मजबूत हो रहा था मगर देश के दुश्मनों को ये शांति और समृद्धि रास नहीं आई। मोदी ने विश्वास दिलाया कि पीड़ित परिवारों कोे न्याय मिलेगा तथा हमले के दोषियों और साजिशकर्ताओं को कठोरतम जवाब दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ के कस्तूरीरंगन के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए उनके योगदान को याद किया। उन्होंने आर्यभट्ट उपग्रह के प्रक्षेपण के 50 वर्ष पूरे होने का जिक्र करते हुए कहा कि अंतरिक्ष में भारत के सपनों की उड़ान एक समय केवल हौसलों से शुरू हुई थी मगर आज देश एक ग्लोबल स्पेस पॉवर बन चुका है। हमने एक साथ 104 सैटेलाइट लॉन्च करके रिकॉर्ड बनाया है तथा चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बना है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में म्यांमार में भूकंप के बाद भारत द्वारा चलाए गए राहत अभियान और अफगानिस्तान के लिए वैक्सीन भेजे जाने की चर्चा की। उन्होंने कहा कि संकट के समय विश्वमित्र के रूप में भारत की पहचान बन रही है। ”एक पेड़ मां के नाम” अभियान की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने गर्मी के मौसम में देशवासियों को अधिक से अधिक तादाद में पौधे लगाने का आह्वान किया। उन्होंने मन की बात में अन्य कई विषयों पर भी चर्चा की।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि इस प्रेरणादायक कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री ने भारत की विकास यात्रा की उल्लेखनीय उपलब्धियों का चित्रण करते हुए समाज के प्रत्येक वर्ग को राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के शब्दों में गहरा प्रभाव है, जो हमें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।