रायपुर, 29 जनवरी 2023
रुस्तम-ए-हिंद स्वर्गीय पहलवान दारा सिंह की बनाई संस्था अखिल भारतीय जाट महासभा की छत्तीसगढ़ प्रदेश इकाई का प्रांतीय सम्मेलन रविवार को राजधानी रायपुर में आयोजित किया गया। जिसमें अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह का संदेश पढ़कर सुनाया गया। सम्मेलन में पंजाबी जाट और जाट समाज के लोगों को एक मंच पर लाकर जाट समाज का देश और प्रदेश के विकास में योगदान पर चर्चा की गई।
अखिल भारतीय जाट महासभा की छत्तीसगढ़ प्रदेश इकाई के प्रांतीय सम्मेलन में प्रदेशाध्यक्ष हरदीप सिंह बेनीपाल ने जाट समाज के इतिहास से मौजूदा पीढ़ी को रूबरू कराया। हरदीप सिंह बेनीपाल ने कहा कि जाट समाज देश-विदेश में अपनी धाक जमा चुका है। देश के विकास में जाट समाज का योगदान किसी से छिपा नहीं हैं।
छत्तीसगढ़ के 19 जिलों में आज जाट समाज के लोग निवास करते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में बसे जाट प्रदेश के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतकि औऱ राजनीतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ये किसी से छिपा नहीं हैं कि जाट समाज के युवा अखिल भारतीय स्तर की सेवाओं में आज उच्च पदों पर आसीन हैं।
सेना, पुलिस, खेल, ट्रांसपोर्ट और खेती-किसानी में जाट समाज का दबदबा पहले से रहा है। जाट कौम को बहादुर कौम कहा गया है। इस समाज के लोगों की खासियत है कि जिसके साथ खड़े हो जाते हैं, उसकी नैय्या पार करा देते हैं, लेकिन अगर जाट समाज बिगड़ गया तो सामने वाले की खाट भी खड़ी कर सकते हैं।
सम्मेलन में भारतीय किसान यूनियन के छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी प्रवीण श्योकन ने कहा कि इतिहास उठा कर देख लीजिये, जहां बलिदान की बात आती है वहां- जाट समाज आगे आकर खड़ा हुआ है। लेकिन इतनी बहादुर कौम होने के बाद भी जाट समाज में काफी बिखराव है। इसी बिखराव को दूर करने के उद्देश्य से अखिल भारतीय जट्ट महासभा का गठन किया गया है। जट्ट महासभा देश के अलग-अलग राज्यों जाकर जाट समाज को एक मंच पर लाकर समाज के अंदर व्याप्त कुरीतियों और बुराईयों को दूर कर समाज की दशा और दिशा को दुरस्त करने का काम कर रही है।
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ये सम्मेलन आयोजित किया गया। छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर में जाट समाज की बड़ी मौजूदगी है। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष के पद भी जाट समाज से आने वाले सहीराम जाखड़ निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, भारतीय बॉलीवॉल टीम के मुख्य चयनकर्ता के रूप में जाट समाज के एसआर जाखड को ही चुना गया है। प्रदेश के परिवहन व्यवसाय से जुड़े लीलाराम चौधरी और राजेश गोदारा सरीखे ट्रांसपोर्टर प्रदेश की आर्थिक गाड़ी को मजबूती प्रदान कर रहे हैं।
राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब में जाट समाज का दबदबा पहले से रहा है, उत्तर भारत से निकलकर जाट समाज अब तेलंगाना, छत्तीसगढ़, कश्मीर, आंध्रदेश में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है। विशाल और समृद्ध इतिहास को संजोये रखने वाले जाट समाज को एक मंच पर लाकर देश-प्रदेश के विकास में उसके योगदान पर चर्चा करके जाट महासभा ने अपने पुरखों को सपनों को पूरा करने का शानदार प्रयास किया है।
सम्मेलन में जाट महासभा के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष हरदीप सिंह बेनीपाल के अलावा, उपाध्यक्ष अरुण राना, महासचिव कृष्ण नरवाल, सचिव राजेश गोदारा, कोषाध्यक्ष नरेश दलाल, भूपेन्द्र सिंह शेरगिल उपस्थित रहे। जाट महासभा ने युवा प्रकोष्ठ का भी गठन किया है। जिसमें सतबीर बाना, अजीत सिंह धकरवाल, अमित सिहाग, जयनारायण राव, गुरुकित सिंह ढिलों, कुलवन सिंह सरान, सोमबीर बेड़वाल, राजबीर गोदारा और मीडिया प्रभारी माधो सिंह को स्थान दिया गया है।