जयपुर
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने शनिवार को कोटा जिला कलेक्ट्रेट सभागार में रास्तों के दुरुस्तीकरण की समीक्षा बैठक लेकर निर्देश दिए कि यह कार्य अभियान के तौर पर निरंतर चलना चाहिए ताकि किसानों को परेशानी ना हो। साथ ही, मंत्री ने रास्तों के दुरुस्तीकरण की अग्रिम रूपरेखा भी रखी। बैठक में ऊर्जा मंत्री ने उपखंड अधिकारी और तहसीलदार से रास्तों की स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिए कि किसानों को बरसात में रास्तों को लेकर भी कोई समस्या ना आए, इसके लिए तत्परता से कार्य किया जाए। कीचड़ वाले रास्तों की छंटनी के आधार पर इन्हें पर ठीक कराएं।
मंत्री नागर ने कहा रास्ते उपलब्ध कराना हमारी प्रतिबद्धता है इसके लिए बड़ा काम हुआ है लेकिन जो भी शेष है उसे तत्परता से किया जाए। ग्रामीणों को जन सहभागिता से रास्ते बनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए।
मंत्री नागर ने कहा कि ग्रेवल सड़क के लिए यदि फंड की समस्या है तो वीडियो की अनुशंसा पर विधायक कोष से राशि दी जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि खेतों के रास्ते को लेकर बेहतर काम करने वाले जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा जन सहयोग से गांव-गांव रास्तों के लिए मुहिम चलनी चाहिए ताकि अगली गर्मी तक किसी गांव में रास्ते की बड़ी समस्या ना रहे। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि स्वीकृत कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। साथ ही जनसहयोग से होने वाले कार्यों में कोई घालमेल नहीं होना चाहिए।