शासन सचिव शिक्षा कृष्ण कुणाल की अध्यक्षता में सोमवार को हुई एक बैठक में धारा प्रवाह पठन आकलन (ओआरएफ) के प्रभावी क्रियान्वयन, प्रगति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी। कुणाल ने अभियान के चार चरणों – बीज, अंकुर, पुष्पन और फलन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ओआरएफ जो कि प्रखर का हिस्सा है, के जरिए श्रेणीवार बच्चों में रीडिंग केपेसिटी को बढ़ाने के साथ समय सीमा के हिसाब से विद्यार्थी की पढ़ने की क्षमता का आकलन किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत अब तक राज्य के 25.70 लाख बच्चों का आकलन हो चुका है और यह प्रक्रिया आगे भी सतत जारी है। शासन सचिव शिक्षा ने अभियान में शिक्षक की भूमिका पर जोर देते हुए बताया कि इस संबंध में जल्द ही आरएससीईआरटी के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
बैठक में राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अनुपमा जोरवाल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा आशीष मोदी, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सीताराम जाट, अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक डॉ ओमप्रभा सहित विभागीय उपायुक्त और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।