जयपुर, 14 जुलाई 2020

राजस्थान के सियासी संग्राम के दो सूरमा विश्वेन्द्र सिंह और सचिन पायलट की दोस्ती और गहरी हो गई है। सचिन पायलट का साथ देने पर विश्वेन्द्र सिंह को कैबिनेट मंत्री का पद गंवाना पड़ा है लेकिन उन्होंने कुर्सी की परवाह न कर सचिन का साथ देना ज्यादा मुनासिब समझा। सियासी घटनाक्रम के चलते विश्वेन्द्र सिंह, सचिन पायलट और रमेश मीणा को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है। इस बर्खास्तगी की रणनीति  कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बनीं। बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तीन मंत्रियों को बर्खास्त किया है। इसमे सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा शामिल है। सचिन पायलट की जगह गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है।  वहीं मुकेश भाकर को यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर उनके स्थान पर गणेश घूघरा को यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है। हेमसिंह शेखावत को कांग्रेस सेवादल का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एक षडयंत्र के तहत राजस्थान की 8 करोड़ जनता के सम्मान को चुनौती दी है।  बीजेपी ने साजिश के तहत कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर गिराने की साजिश की है। बीजेपी धनबल और सत्ताबल से कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों को खरीदने की कोशिश की है।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट भ्रमित होकर बीजेपी के जाल में फंस गए और कांग्रेस सरकार गिराने में लग गए। पिछले 72 घंटे से कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट और अन्य नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की।  कांग्रेस की ओर से लगातार सचिन पायलट को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने लगातार हर बात को नकारा।

0Shares
loading...

You missed