रायपुर, 5 अक्टूबर 2020
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने रेडियो पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को साझा करते हुए कहा कि गांधीजी के बताए ‘सर्वोदय’ से ही समाज और राष्ट्र का सही मायनों में विकास हो सकता है। ‘सर्वोदय’ का आशय केवल भौतिक प्रगति नहीं है। इसका मतलब जीवन के हर पहलू और क्षेत्र के विकास से है। हमारी सोच, विचार, व्यवहार, काम करने के तरीकों और जीवन मूल्यों में सार्थक बदलाव से ही हम विकास के असल लक्ष्यों तक पहुंच सकते हैं।
रेडियो पर आयोजित ‘हमर ग्रामसभा’ कार्यक्रम में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ‘सर्वोदय’ के लिए गांवों को भी शहरों की तरह साधन संपन्न बनाना होगा। प्रदेश और देश को आगे ले जाने के लिए हर वर्ग की तरक्की जरूरी है। केन्द्रीयकृत विकास से इसका लाभ सभी लोगों तक नहीं पहुंच पाता है क्योंकि किसी भी एक जगह पर संसाधनों की उपलब्धता सीमित होती है। गांधीजी के विचारों के अनुरूप शासन प्रणाली का विकेन्द्रीकरण करते हुए ग्राम पंचायतों को सशक्त किया गया है ताकि विकास के फैसलों में स्थानीय स्तर पर ज्यादा से ज्यादा जनभागीदारी सुनिश्चित की जा सके।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने कार्यक्रम में ग्राम स्वराज, शिक्षा, महिलाओं के अधिकार, अस्पृश्यता, शराबबंदी और कुरीतियों से मुक्ति के संबंध में गांधीजी के विचारों को भी साझा किया। उन्होंने दो अवसरों पर गांधीजी के रायपुर प्रवास की परिस्थितियों और घटनाओं की भी जानकारी दी। सिंहदेव ने कार्यक्रम में बताया कि गांवों की मजबूती के लिए सरकार खेती, पशुपालन, सहकारिता, ग्रामीण आजीविका और गृह उद्योगों पर जोर दे रही है। नरवा, गरवा, घुरवा और बारी योजना गांवों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में अभिनव कदम है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के कठिन दौर में प्रदेश में मनरेगा के जरिए ग्रामीणों को बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसने मुश्किल समय में गांवों को बड़ा संबल दिया है।