सुकमा: प्रदेश के घोर नक्सली क्षेत्र में तैनात सुरक्षाबलों ने वहां रहने वाले ग्रामीणों से बेहतर तलमेल बनाने के लिए गांव-गांव जाकर ग्रामीणों के साथ मेल-जोल बढ़ा रहे हैं। जिसका मकसद यह है की ग्रामीणों और पुलिस के बीच बेहतर रिस्ता कायम हो सके और भटके हुए लोग मुख्य धारा से जुड़ सके।
इसी क्रम में तोंगपाल थाना क्षेत्र के कसनपाल गांव में पुलिस द्वारा जनमित्र कार्यक्रम किया गया। जिस कार्यक्रम में सुकमा ASP सिद्धार्थ तिवारी SDOP अग्रवालए क्षेत्र के थानेदार पटेल भी ग्रामीणों के बिच मौजूद रहे।
इस दौरान कार्यक्रम में आदिवासियों ने अपने परंपरागत लोक नृत्य का प्रदर्शन किया। जिसमे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी सहित सभी अधिकारियो ने भी ग्रामीणों के साथ ताल से ताल मिलकर उनके पारम्परिक नृत्य में शामिल हुए। रंगारंग कार्यक्रम संपन्न होने के बाद पुलिस अधिकारियों और ग्रामीणों ने साथ बैठ कर भोजन किया। इस दौरान ग्रामीण पुलिस के द्वारा किये गए कार्यक्रम से काफ़ी उत्साहित नज़र आये।
बतादें की शहर की रंग-बिरंगी चकाचौंध भरी दुनिया से दूर छत्तीसगढ़ प्रदेश में बस्तर क्षेत्र का सुकमा इलाका घोर नक्सलवाद से ग्रसित है। यहां रहने वाले लोगों के लिए राज्य साशन ने कई योजनाए चलाई तो जरूर हैं लेकिन वहां रहने वाले ग्रामीणों को वो सब सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाती जो प्रदेश के अन्य क्षेत्रो में रहने वाले लोगों को मिल पति हैं और इसका सबसे बड़ा कारन है उस क्षेत्र में फैला हुआ नक्सलवाद। उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर नक्सलियों के नियम कानून और उन्ही का राज चलता है। प्रदेश सरकार अथक प्रयास के बाद अब जाकर उस क्षेत्र में भी बिजली सड़क जैसी सुविधाएं पहुंची तो जरूर है। लेकिन आये दिन नक्सली ब्लास्ट करके सड़को को नुकसान पहुंचते रहते है। नक्सली जब चाहते हैं तब वह के युवको को अपनी टोली में जबरदस्ती शामिल कर लेते हैं। लेकिन राज्य सरकार भी लगातार प्रयास में है की उन लोगों तक हर वो सुविधा पहुंचे जाये अन्य क्षेत्रो में रहने वालो को मिल पाती है