सुकमा
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। 20 लाख रुपए के इनामी चार नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में दो महिला नक्सली भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर तथा नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा और उनके शोषण से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है। इसमें संतोष उर्फ सन्ना बारसे, अरूण उर्फ माड़वी हुर्रा, सोड़ी मुक्का और माड़वी रोशनी ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर किया है।
नक्सली संतोष और अरूण पर आठ-आठ लाख रूपये का इनाम है जबकि सोड़ी मुक्का और माड़वी रोशनी पर दो-दो लाख रूपये का इनाम है। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली अरूण इस वर्ष फरवरी में नेशनल पार्क एरिया में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था। इस मुठभेड़ में 22 नक्सली मारे गए थे। वह इस वर्ष मार्च में हंड्री गांव के जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में भी शामिल था। इस घटना में 26 नक्सली मारे गए थे।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति-2025’ के तहत 50-50 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। बता दें कि सीआरपीएफ की 131 बटालियन और नक्सल विरोधी टीम ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह एक बड़ी कामयाबी है और हमें उम्मीद है कि और नक्सली भी सरेंडर करेंगे। हम नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में प्रतिबद्ध हैं।