रायपुर, 22 मई 2021
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के ट्विटर पर पोस्ट किए गए दस्तावेजों को ट्विटर ने ही मैनिपुलेटड मीडिया की श्रेणी में ला दियाहै। लेकिन मोदी सरकार अपनी नाकामियों में घिरने के बावजूद अपने ही झूठ को सच को साबित करने में जुटी है। विकास उपाध्याय ने कहा कि जब कोरोना महामारी में चौपट हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था और उत्तर प्रदेश से बिहार से गंगा किनारे मिल रही लाशों के ढेर सामने आऩे लगे तो भाजपा ने जनता का ध्यान भटकाने के लिए एक फैब्रिकेटेड डॉक्यूमेंट ट्विटर पर पोस्ट किया है।
अपने बिछाए जाल में फंस गई बीजेपी
विकास उपाध्याय ने कहा कि मोदी को विश्वविजेता दिखाने का जो दिवास्वप्न भाजपा और आरएसएस के नेता जनता को दिखाते आ रहे हैं, वो बुलबला अब फूट चुका है। देशी विदेशी मीडिया में हर दिन लाशों के अंबार की तस्वीरें छप रही हैं। मोदी जी टीवी पर आकर रोने की नौटंकी करते हैं। इसी घबराहट में भाजपा इस बार खुद के बिछाये हुए फर्जी टूलकिट के फंदे में बुरी तरह फंस गई है।
भाजपा ने डॉक्यूमेंट को टूलकिट बताया
विकास उपाध्याय ने कहा, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और बीजेपी के महासचिव बीएल संतोष ने चार-चार पेज के अलग-अलग दो डॉक्यूमेंट के स्क्रीनशॉट ट्वीट किए। इनमें से एक डॉक्यूमेंट कोविड-19 को लेकर था और दूसरा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर और उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश में कोरोना महामारी को लेकर मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए ये टूलकिट तैयार किया है। विकास ने कहा, इसमें महत्वपूर्ण बात ये है कि सेंट्रल विस्टा पर जो डॉक्यूमेंट टूलकिट बता कर भाजपा नेताओं द्वारा शेयर किए जा रहे हैं वो दरअसल टूलकिट नहीं बल्कि एक रिसर्च डॉक्यूमेंट है जिसमें सेंट्रल विस्टा प्रोजक्ट के कारण होने वाले नुकसान की बात कही गई है और कांग्रेस रिसर्च डिपार्टमेंट के प्रमुख राजीव गौड़ा ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया है की इसे उनकी टीम ने बनाया है। लेकिन कोविड-19 को लेकर जो टूलकिट बनाया गया है वो पूरी तरह फर्जी है।
सेंट्रल विस्टा पर डॉक्यूमेंट
विकास उपाध्याय ने कहा राजीव गौड़ा की टीम ने जो सेंट्रल विस्टा पर डॉक्यूमेंट बनाया है, ये पूरा डॉक्यूमेंट चार नहीं बल्कि छह पन्नों का है लेकिन बीजेपी के नेताओं ने इसके चार पन्ने ही शेयर किए हैं और ये वही डॉक्यूमेंट है, जो कांग्रेस ने बनाया है। इस डॉक्यूमेंट को बनाने वाली सौम्या वर्मा हैं और इसे सात मई 2021 को बनाया गया था। लेकिन ‘‘कोविड मिसमैनेजमेंट टूलकिट’’ किसने बनाया है ये अब तक नहीं पता है। संबित पात्रा या किसी भाजपा नेता ने अभी तक इसे लेकर किसी का नाम नहीं लिया है। इसलिए कि इसे भाजपा ने खुद फर्जी तरीके से बना कर सेंट्रल विस्टा के डॉक्यूमेंट से लिंक कर दिया है। ताकि लोग इसमें अंतर समझ ही न सकें।
भाजपा ने दो डॉक्यूमेंट शेयर किये
विकास उपाध्याय ने इसे इस तरह से समझाया। बीजेपी ने चार-चार स्क्रीनशॉट के साथ दो डॉक्यूमेंट शेयर किए हैं जिसमें एक का शीर्षक है- सेंट्रल विस्टा रिडेवेलपमेंट और दूसरे का शीर्षक है कॉर्नरिंग मोदी एंड बीजेपी ऑन कोविड मिसमैनेजमेंट। दोनों ही डॉक्यूमेंट ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी रिसर्च डिपार्टमेंट के लेटरहेड पर तैयार किए गए हैं। इसमें सेंट्रल विस्टा डॉक्यूमेंट का लेटरहेड तो कांग्रेस के लेटरहेड से मिलता है लेकिन कोविड मिसमैनेजमेंट के टूलकिट पर जो लेटरहेड का फॉन्ट है वो असली लेटरहेड से काफी अलग है। इसे देखकर साफ पता लगाया जा सकता है कि इसमें छेड़छाड़ की गई है। विकास उपाध्याय ने भाजपा नेताओं को चुनौती दी है कि कांग्रेस की बनाई टूलकिट बता कर जो दो डॉक्यूमेंट शेयर किए हैं। उनके पीडीएफ या वल्र्ड फाइल जारी कर बताएँ। केवल स्क्रीनशॉट शेयर कर इस अपराध से आप नहीं बच सकते। स्क्रीनशॉट से उसका मेटाडेटा निकाला ही नहीं जा सकता इसे भाजपा के नेता भी भली भाँति जानते हैं और इस टूलकिट को किसने बनाया उसके लेखक का अंत तक पता ही नहीं चल सकता। इससे साफ जाहिर है भाजपा का यह षड़यंत्र भाजपा और मोदी सरकार की नाकामियों से ध्यान भटकाने किया गया है।