जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 29 नवंबर 2020 को कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर कहा कि उनकी सरकार राज्य में उस राम-राज्य की स्थापना के लिए काम कर रही है, जिसकी बात महात्मा गांधी किया करते थे। उन्होंने कहा कि असली रामराज वह है जहां समानता, प्रेम और भाईचारा हो, किसी के भीतर किसी भी तरह का भय न हो, जहां शेर और बकरी एक घाट में पानी पी सकें।

श्री बघेल ने जाजंगीर-चांपा जिले के शिवरीनारायण में आयोजित धार्मिक समारोह में यह बात कही। रामचरित मानस पर आधारित यह समारोह शिवरीनारायण-मठ की ओर से आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमेशा करुणामय राम की पूजा करने की परंपरा रही है। हम उन्हें साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजते हैं।

गोस्वामी तुलसी दास ने जहां उनके साकार स्वरूप को जन-जन तक पहुंचाया, वहीं संत कबीर ने राम के निर्गुण रूप की उपासना की। छत्तीसगढ़ का रामनामी समुदाय अपने शरीर पर राम नाम का गोदना अंकित करके उनके निर्गुण रूप की ही आराधना करता है।

सीएम श्री बघेल ने कहा महात्मा गांधी के रामराज के सपने को साकार करने के लिए राज्य शासन ने सुराजी गांव योजना शुरू की है। जब हर वर्ग के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को यह महसूस होगा कि प्रदेश में उसकी सरकार है, तभी रामराज का सपना साकार होगा।

असली गो-सेवा तो हमारी सरकार कर रही

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से असली गो-सेवा तो हमारी सरकार कर रही है। पूरी दुनिया में यह पहली बार हो रहा है कि कोई सरकार किसानों से गोबर खरीद रही है। उन्होंने कहा- हम किसानों से 2 रुपए किलो में गोबर खरीद कर उससे जैविक खाद तैयार कर रहे हैं, जिसका विक्रय 8 रुपए किलो की दर से किया जा रहा है।

जब पशुपालकों को गोबर की भी कीमत मिलने लगेगी तब वह अपने हर पशु के चारे की चिंता करेगा, चाहे उनसे दूध न भी मिलता हो। वह अपने पशुओं को घर पर ही बांधकर रखना चाहेगा। गोबरों की खरीद राज्य के 3200 गोठानों के माध्यम से की जा रही है, पूरे प्रदेश में 5000 से अधिक गोठानों का निर्माण किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ किसानों का प्रदेश

भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ किसानों का प्रदेश है, इसीलिए कोरोनाकाल की आर्थिक चुनौतियों के बावजूद यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसानों को उनकी उपज की सही कीमत मिले। हमने किसानों से 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का वादा किया था, सरकार बनने के बाद हमने ऐसा किया भी। हमने राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू की, जिसके माध्यम से 10 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से किसानों को आदान सहायता राशि उपलब्ध कराई जा रही है। तीन किश्तें किसानों के खातों में अंतरित की जा चुकी हैं, चौथी किश्त भी शीघ्र ही उन्हें मिल जाएगी।

उन्होंने कहा कि पहले राज्य में किसानों की संख्या में गिरावट आ रही थी, खेती का रकबा भी तेजी से सिमटता जा रहा था। पहले जहां 12-15 लाख किसान ही धान बेचने के लिए पंजीयन कराते थे, वहीं इस साल छत्तीसगढ़ के साढ़े 21 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है।

बता दें छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध रामायणकालीन स्थल शिवरीनारायण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से किया गया। मुख्यमंत्री ने शिवरीनारायण मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। उनके शिवरीनारायण मठ पहुंचने पर उन्हें ठेठरी, खुर्मी, पपची, अइरसा, मुरकु, खाजा, सलोनी स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से भी तौला गया।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत डा. रामसुंदर दास, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया और विधायक मोहन मरकाम भी उपस्थित थे।

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By Admin

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