रायपुर, 22 मई 2021

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत ने आज मंत्रिमंडलीय उपसमिति की वर्चुअल बैठक लेकर सरप्लस धान को बेचने की कीमतों पर मंथन किया। बैठक में तय किया गया कि मार्कफेड की ओर से की जाने वाली नीलामी में लगने वाली ऊंची बोली की कीमत पर ही सरप्लस (अतिशेष) धान का विक्रय किया जाएगा।

वर्तमान दरों पर भी किया गया विचार

मंत्रि-मंडलीय उप समिति की बैठक में कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री  रविन्द्र चौबे, परिवहन मंत्री  मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और उच्च शिक्षा मंत्री  उमेश पटेल शामिल थे। बैठक में रबी सीजन के धान की आवक, वर्षा ऋतु के शीघ्र आगमन की संभावना एवं विगत दिवसों की धान की नीलामी में प्रस्तुत मात्रा के सापेक्ष में वर्तमान दरों के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया।

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पूर्व की स्वीकृत दरों में 50 रूपये प्रति क्विंटल की कमी

उपरोक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पूर्व की स्वीकृत दरों में 50 रूपये प्रति क्विंटल की कमी की गई। मार्कफेड द्वारा नीलामी में धान की किस्मों के अनुसार अलग-अलग प्रस्ताव प्राप्त हुए। मार्कफेड के अधिकारियों ने बताया कि यह नीलामी 91 हजार 94 क्विंटल मोटा एवं सरना धान की कुल 14 लाटों और 48 हजार एक क्विंटल ग्रेड-ए (पतला) धान की 17 लाटों के लिए की गई थी। मोटा एवं सरना धान के लिये 1350 रुपये प्रति क्विंटल एवं इससे अधिक तथा ग्रेड-ए (पतला) धान के लिये 1400 रूपये या इससे अधिक की राशि को स्वीकृति प्रदान की गई थी। मंत्रि-मंडलीय उप समिति द्वारा इन स्वीकृत दरों का भी अनुमोदन किया गया।

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