हमारे जमाने में साइकिल दो चरणों में सीखी जाती थी, ‘पहला चरण कैंची और दूसरा चरण गद्दी’
तब साइकिल चलाना इतना आसान नहीं था क्योंकि तब घर में साइकिल बस पापा या ताऊ चलाया करते थे. *तब साइकिल की ऊंचाई 24 इंच हुआ करती थी जो खड़े…
तब साइकिल चलाना इतना आसान नहीं था क्योंकि तब घर में साइकिल बस पापा या ताऊ चलाया करते थे. *तब साइकिल की ऊंचाई 24 इंच हुआ करती थी जो खड़े…