मसला मुस्लिम आबादी का ! के. विक्रम राव
के. विक्रम राव, वरिष्ठ पत्रकार, लखनऊ क्या माजरा है? वर्षों तक मलाईदार सरकारी पदों पर मौज लेते मुसलमान कार्मिक, रिटायर होते ही अपने फिरके की ”बदहाली” पर रोना चालू कर…
के. विक्रम राव, वरिष्ठ पत्रकार, लखनऊ क्या माजरा है? वर्षों तक मलाईदार सरकारी पदों पर मौज लेते मुसलमान कार्मिक, रिटायर होते ही अपने फिरके की ”बदहाली” पर रोना चालू कर…