Tag: lui 14

संभल जाइये साहब ! नीरो मत बनिये, फ़कीर की तरह झोला उठाकर चले जाने पर ये देश आपको कभी माफ नहीं करेगा।

संपादकीय, 13दिसंबर, 2019 एक था लुई 14वां और एक था नीरो, दोनों में एक समानता थी, एक खुद को भगवान मानकर खुद के आगे किसी की सुनता नहीं था और…

You missed