जयपुर

कर्नाटक विधानसभा की अधीनस्थ विधान संबंधी समिति ने मंगलवार को राजस्थान विधानसभा का अवलोकन किया। राजस्थान विधानसभा की सहचर समिति के अधिकारियों के साथ शिष्टाचार बैठक में दोनों राज्यों की विधायी कार्यप्रणालियों एवं प्रशासनिक प्रक्रियाओं के साहित्‍यों का आदान-प्रदान किया गया।

बैठक के दौरान राजस्थान विधानसभा अध्‍यक्ष वासुदेव देवनानी के नेतृत्‍व में किये जा रहे नवाचार योजनाओं, प्रशासनिक संरचना, डिजिटलाइजेशन, संसदीय प्रशिक्षण, शोध एवं अभिलेखन के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की। विधायकों एवं अधिकारियों के क्षमता विकास हेतु अपनाई गई कार्यशालाओं एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। 

इस अवसर पर कर्नाटक विधान सभा की अधीनस्‍थ विधान संबंधी समिति के सदस्‍यगण डी जी शांतनगौड़ा, एम के कृष्‍णप्‍पा, टी एस श्रीवत्‍सव, एकिरणकुमार कोडगी, सी.के.राममूति, विट्ठल सोमन्‍ना हलगेकर का राजस्थान विधानसभा की अधीनस्‍थ विधान संबंधी समिति  के उप सचिव प्रवीण कुमार मिश्रा ने स्‍वागत किया।

कर्नाटक विधानसभा की अधीनस्‍थ विधान संबंधी समिति के सदस्‍यों ने बताया कि राजस्थान विधान सभा द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली अन्य राज्यों के लिए प्रेरणास्पद है। कर्नाटक विधानसभा की अधीनस्थ विधान संबंधी समिति ने राजस्थान विधान सभा के डिजिटल म्यूजियम का अवलोकन किया, जहाँ उन्हें राजस्थान की समृद्ध संसदीय परंपराओं, लोकतांत्रिक विकास यात्रा एवं विधानसभा की कार्यप्रणाली से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। समिति ने म्यूजियम में प्रदर्शित दृश्य-श्रव्य सामग्रियों में विशेष रुचि दिखाई।

समिति ने राजस्थान विधानसभा के मुख्य सदन कक्ष का भी अवलोकन किया, जहाँ उन्हें सदन की संरचना, कार्यप्रणाली तथा राजस्थान के संसदीय इतिहास के विविध पहलुओं से अवगत कराया गया। इस मौके पर राजस्‍थान विधान सभा की अधीनस्‍थ विधान संबंधी समिति के परामर्शदाता, देवेन्‍द्र प्रसाद चौटिया, सहायक सचिव दिनेश कुमार जैन, सहायक सचिव (प्रोटोकॉल) दिनेश कुमार शर्मा और अनुभाग अधिकारी नवीन दाधीच उपस्थित रहें।

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