उदयपुर, 14 मई 2022
चिदंबरम ने कहा कि राज्यों की माली हालत बेहद खराब है। केन्द्र सरकार ने जीएसटी इंप्लीमेंटेशन का तरीका सही नहीं बनाया है। इसकी वजह से विभिन्न राज्यों की हालत खराब है। राज्यों को जीएसटी का पैसा समय पर नहीं मिल रहा है, जिसके चलते राज्य आर्थिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
किसान विरोधी है मोदी सरकार
पी. चिदंबरम ने कहा कि खेती- किसानी को लेकर मोदी सरकार किसानों की हितैषी नहीं बल्कि उनकी दुश्मन ज्यादा बनी हुई है। चिदंबरम ने कहा कि बढ़ती महंगाई पर केंद्र सरकार ने कोई तैयारी नहीं की है। गेहूं के निर्यात को लेकर चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार पर्याप्त गेहूं खरीदने में विफल रही है, केंद्र सरकार का यह कदम किसानों के हित में नहीं है, केंद्र सरकार किसानों की भले की बात नहीं कर रही है।
महंगाई के लिए केंद्र जिम्मेदार
चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई के लिए रूस यूक्रेन वॉर को जिम्मेदार ठहरा नहीं सकती, इस युद्ध से पहले ही तेल की कीमतें आसमान पर पहुंच गई थी। 1991 में यूपीए सरकार ने उदारीकरण के एक नए युग की शुरुआत की थी। देश ने उस समय धन सृजन, नए व्यवसायों और नए उद्यमियों, लाखों नौकरियों, निर्यात और 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से निकालने जैसी कई उपलब्धियां हासिल की थी। आज पॉलिसी इसको फाइन ट्यून और रिसेट करने की जरूरत है। चिदंबरम ने मीडिया से बातचीत में कहा की 30 साल के बाद अब आर्थिक नीतियों को फिर से तय करने पर विचार किया जाना चाहिए।
चिदंबरम ने बताया कि विनिमय दर 77.48 रुपये प्रति डॉलर है जो कि अब तक का सबसे ज्यादा है। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया कि कुल व्यय के अनुपात के रूप में सामाजिक सेवाओं पर खर्च 2004 से 2014 के बीच 10 वर्षों में औसत 9फीसदी से गिरकर 5फीसदी पर आ गया है।
दिल्ली हादसे पर जताया शोक, पूजा स्कूलों की स्थिति रहे बरकरार
इससे पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत नहीं पी चिदंबरम में कल दिल्ली में हुए हादसे में 28 लोगों की मौत को लेकर शोक प्रकट किया। प्रेस वार्ता के अंत में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि देश में पूजा स्थलों का स्थिति बरकरार रहनी चाहिए।