रायपुर, 18 दिसंबर 2020
रायपुर पश्चिम के विधायक व संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने बाबा गुरु घासीदास की जयंती पर जैतखंभ पर माथा टेक कर माह भर चलने वाले जयंती समारोह की शुरुआत की। इस अवसर पर विकास उपाध्याय ने कहा कि आज से 264 वर्ष पहले गुरु घासीदास ने समाज के लिए जिस शिक्षा की जरूरत बताई थी वो आज भी प्रासंगिक है। बाबा गुरु घासीदास ने अपने उपदेश में जीव हिंसा नहीं करने, मदिरापान नहीं करने, व्यभिचार से बचने, चोरी नहीं करने, जुआ नहीं खेलने और पर स्त्रियों का सम्मान करने की शिक्षा दी थी। उन्होंने सभी मनुष्यों को समान मानते हुए मनखे मनखे एक समान का नारा दिया था।
विकास उपाध्याय ने कहा, बाबा गुरु घासीदास जी का जन्म ऐसे समय में 18 दिसम्बर 1756 को हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था और बाबा उस समय में समाज में समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया। जो आज समाजों में फलीभूत होते हम देख रहे हैं। उन्होंने कहा, गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने न सिर्फ सत्य की आराधना की, बल्कि समाज में नई जागृति पैदा की और अपनी तपस्या से प्राप्त ज्ञान और शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा के कार्य में किया। इसी प्रभाव के चलते लाखों लोग बाबा के अनुयायी हो गए।
विधायक विकास उपाध्याय ने कहा,फिर इसी तरह छत्तीसगढ़ में ‘सतनाम पंथ’ की स्थापना हुई। इस संप्रदाय के लोग ही नहीं छत्तीसगढ़ के सभी लोग उन्हें अवतारी पुरुष के रूप में मानते हैं।बाबा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को प्रेम और मानवता का संदेश दिया। संत गुरु घासीदास की शिक्षा आज भी प्रासंगिक है। इसी कारण पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में गुरु घासीदास की जयंती 18 दिसंबर से एक माह तक बड़े पैमाने पर उत्सव के रूप में पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ हर वर्ष मनाई जाती है।
विकास उपाध्याय ने कहा,बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती से हमें पूजा करने की प्रेरणा मिलती है और पूजा से सद्विचार तथा एकाग्रता बढ़ती है। इससे समाज में सद्कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। बाबा के बताए मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति ही अपने जीवन में अपना तथा अपने परिवार की उन्नति कर सकता है।विधायक विकास उपाध्याय रायपुर के हीरापुर, कोटा,चन्दन डीह, गुडयारी, अशोक नगर,भवानी नगर, सरोना,विकास नगर, खमतराई,कलिंगनगर गुडयारी, रामनगर, मोहबाबाज़ार,टाटीबंध, रायपुरा के बाद राजेन्द्र नगर में सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं के द्वारा पंथी नृत्य भी किया गया। विधायक विकास उपाध्याय भी पंथी नृत्य करते हुए देखे गए।