जयपुर

राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा स्थापित पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (PFMTI) और द सेंटर फॉर इन्वेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड (CIEL) के बीच शनिवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। यह एमओयू देबाशीष पृष्टी, प्रमुख शासन सचिव वित्त (बजट) की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीएफ़एमटीआई नरेश कुमार ठकराल, एचडीएफ़सी एसेट मैनेजमेंट फण्ड के एमडी और सीईओ नवनीत मुनोत, सीआईईएल के प्रतिनिधि तथा अन्य संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। देबाशीष पृष्टी ने कहा कि समझौते का उद्देश्य राज्य सरकार के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच वित्तीय अनुशासन, निवेश शिक्षा, कर तथा ऑडिट जैसे विषयों की वित्तीय साक्षरता एवं जागरूकता बढ़ाना है। पीएफएमटीआई के माध्यम से सरकार अपने अधिकारियों को निरंतर वित्तीय प्रबंधन से जुड़े विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। अब सीआईईएल के साथ हुए इस सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रमों की गुणवत्ता और आधुनिकता में और अधिक वृद्धि होगी।

पृष्टी ने कहा कि समझौते के तहत पीएफएमटीआई प्रशिक्षण हेतु अधिकारियों और कर्मचारियों को नामित करेगा तथा विभिन्न केंद्रों में प्रशिक्षण केंद्र में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए सीआईईएल के डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाएगा। सीआईईएल राज्य की आवश्यकताओं के अनुरूप वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम विकसित करेगा तथा इन्हें सेबी (SEBI) के मौजूदा विनियमों और एएमएफआई (AMFI) दिशानिर्देशों के अनुसार संचालित किया जाएगा। यह पहल राज्य सरकार द्वारा वित्तीय प्रशासन में पारदर्शिता, दक्षता और व्यापक वित्तीय जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राजस्थान के आर्थिक प्रबंधन तंत्र को और अधिक मजबूत बनाने में सहायक सिद्ध होगी।

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