सुकमा: छत्तीसगढ़ के घने जंगलों वाला इलाका जो कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था अब वहां भी विकास का बयार बहने लगा है। केंद्र और राज्य सरकार की एंटी नक्सल अभियान के साथ ही राज्य सरकार की नक्सली पुनर्वास योजना नियद नेल्ला नार योजना का प्रभाव दिखने लगा है। एक तरफ या तो नक्सली सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं या फिर आत्मसमर्पण कर रहे हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को नियद नेल्ला नार योजना के तहत मुख्यधारा से जुड़ने के लिए आर्थिक सहायता के साथ अन्य कई तरह के लाभ दिए जा रहे हैं। इस योजना का व्यापक स्तर पर असर पड़ा है और अब तक सैकड़ों नक्सलियों ने अपने हथियार डाल कर आत्मसमर्पण किया है। इसका असर अब बुरी तरह से नक्सल प्रभावित इलाकों में भी दिखने लगा है और इन क्षेत्रों में विकास की रौशनी पडने लगी है। अब सुकमा जिले के गोलाकोण्डा सुरक्षा कैम्प में जियो 4G मोबाइल नेटवर्क की शुरुआत कर दी गई है। सुरक्षा बलों की सुरक्षा के साथ-साथ अब आसपास के दर्जनों गांवों को मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी की सौगात मिल गई है। गोलाकोण्डा में लगाए गए नए मोबाइल टॉवर से अब गुण्डम, ओईगुड़ेम, भट्टीगुड़ेम, मड़कामीपारा, तुमीरपारा, रेंगापारा सहित आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों को संचार और ऑनलाइन सेवाओं की बेहतर सुविधा मिल सकेगी। वर्षों से मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट के लिए तरसते ग्रामीणों के चेहरे अब खिल उठे हैं। खासकर छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई में इससे काफी सहूलियत मिलेगी। बीते दो वर्षों में सुकमा जिले के 31 भीतरी इलाकों में जियो के 4G टावर लगाए जा चुके हैं, जिससे हजारों ग्रामीणों और सुरक्षा बलों को तकनीकी रूप से जोड़ने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस कार्य में 165वीं वाहिनी सीआरपीएफ, जिला प्रशासन और सुकमा पुलिस की भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय रही है। नेटवर्क सुविधा शुरू होते ही क्षेत्र के लोगों ने सुरक्षा बलों और प्रशासन के प्रति आभार जताया और इसे “विकास की दिशा में बड़ा कदम” बताया। इंटरनेट सुविधा से अब स्थानीय लोग देश-दुनिया की खबरों से भी जुड़ सकेंगे। सुकमा पुलिस ने जानकारी दी है कि जिले के अन्य अंदरूनी क्षेत्रों में भी तेजी से नए मोबाइल टावर लगाने का कार्य प्रगति पर है, ताकि दूरदराज के हर गांव तक संचार की पहुंच सुनिश्चित की जा सके। इस कदम से शासन की यह योजना न केवल ग्रामीणों का जीवन आसान बना रही है, बल्कि यह एक सकारात्मक बदलाव की बुनियाद भी रख रही है।

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