दिल्ली
नेशनल इंटर स्कूल क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड कॉन्टेस्ट (CCCC 13.0) के 13वें संस्करण का प्रैक्टिस राउंड रविवार, 27 जुलाई 2025 को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह नॉन-स्कोरिंग राउंड केवल पंजीकृत प्रतिभागियों के लिए आयोजित किया गया था, ताकि वे आगामी ऑनलाइन राउंड्स (स्टेज-I) के प्रारूप और नियमों से परिचित हो सकें। हालांकि यह एक अभ्यास राउंड था, फिर भी देशभर से छात्रों की उत्साही भागीदारी ने CCCC की लोकप्रियता और शैक्षणिक प्रासंगिकता को रेखांकित किया। इस राउंड में कक्षा 7वीं से 12वीं तक के सैकड़ों छात्रों ने दो-दो की टीम बनाकर क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड हल करने की अपनी क्षमता को परखा।
राष्ट्रीय विजेता
रैंक 1: नान्य देव सिंह और तन्मय कश्यप – दिल्ली पब्लिक स्कूल, पटना
रैंक 2: अनहद कौर और दिव्या धीमान – बीसीएम आर्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लुधियाना
रैंक 3: साहिल संदीप सबने और राघव एस. कनेगांवकर – एसईएस गुरुकुल, पुणे
राज्य विजेता
बिहार: धैर्य पांडे – डॉन बॉस्को अकादमी, पटना
दिल्ली: आयुषी नेगी और आद्या मलिक – द मदर्स इंटरनेशनल स्कूल, नई दिल्ली
तेलंगाना: अर्णव गुप्ता और शशांक गौड़ा – भारतीय विद्या भवन पब्लिक स्कूल
महाराष्ट्र: श्रव्या भारत और सानवी पी ज़वारे – दिल्ली पब्लिक स्कूल, पुणे
आंध्र प्रदेश: चेतन और मयूख – नालंदा विद्या निकेतन, कृष्णा
पश्चिम बंगाल: सौम्यजीत घोष – विज़न इंटरनेशनल स्कूल, हुगली
स्टेज-I: ऑनलाइन राउंड्स
राउंड 1: 3 अगस्त, 2025
राउंड 2: 10 अगस्त, 2025
राउंड 3: 17 अगस्त, 2025
हर तारीख को क्रॉसवर्ड ग्रिड दोपहर 2:00 बजे (IST) वेबसाइट पर उपलब्ध होगा, और टीमों के पास 3 घंटे (शाम 5:00 बजे तक) का समय होगा हल जमा करने का। सटीकता और गति के आधार पर लीडरबोर्ड बनेगा। राउंड 3 के बाद शीर्ष 100 टीमें और हर राउंड की टॉप 20 टीमें स्टेज-II के लिए क्वॉलिफाई करेंगी।
स्टेज-II: क्षेत्रीय राउंड्स (ऑनलाइन/ऑफलाइन)
स्टेज-III: नेशनल ग्रैंड फिनाले (नई दिल्ली में ऑफलाइन, तारीख शीघ्र घोषित की जाएगी)
प्रतिभागिता और पंजीकरण
प्रतियोगिता भारत के सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों की कक्षा 7वीं से 12वीं के छात्रों के लिए खुली है। पंजीकरण पूरी तरह से नि:शुल्क है। रजिस्ट्रेशन वेबसाइट www.crypticsingh.com पर जारी है। एक्स्ट्रा-सी द्वारा 2013 में शुरू किया गया CCCC, अब भारत का सबसे बड़ा स्कूल-स्तरीय बौद्धिक आयोजन बन चुका है। यह प्रतियोगिता क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड्स के माध्यम से तार्किक सोच, भाषाई रचनात्मकता और टीम वर्क को बढ़ावा देती है।