नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार रहा। विपक्ष के हंगामे के कारण मानसून सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में कार्यवाही पूरी नहीं हो सकी थी। विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है और उस कर चर्चा करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। अब बिजनेस एडवाइजरी कमिटी ने तय किया है कि संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर अगले हफ्ते 16 घंटे का वक्त तय किया गया है। इस दौरान अलग अलग पार्टियों के प्रतिनिधित्व के अनुसार उन्हें वक्त दिया जाएगा। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद रहेंगे।
बता दें कि लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले से ही सदन में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र होने लगा था। सदन की कार्यवाही शुरू से पहले पीएम मोदी की मौजूदगी में बीजेपी सांसदों ने नारे लगाए और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने देश का मान बढ़ाया है। सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस सांसदों सहित विपक्ष ने पहलगाम आतंकी हमले और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के मध्यस्थता वाले बयान पर पीएम से जवाब देने की मांग की। इसे लेकर लगातार नारेबाजी होती रही। इसकी वजह से सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित हुई और कामकाज नहीं हो पाया। सरकार की तरफ से लगातार कहा गया कि हम हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है।
संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि पहले दिन इस तरह हंगामा करना ठीक नहीं। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बोलने का मौका नहीं दिया गया। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि सरकार बस अपनी बात सुनाना चाहती है और विपक्ष को बोलने का मौका भी नहीं दिया जाता। नेता प्रतिपक्ष ने दो बार बोलने का आग्रह किया लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया।