भिलाई: ऑक्सीटोसिन कैमिकल का कारोबार करने वाले भिलाई रामनगर के कारोबारी विवेक गुप्ता के घर में राजनांदगांव ड्रग विभाग की टीम ने दबिश देकर बड़ी संख्या में प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन 17.5 लीटर लिक्विड जब्त किया है।

लेकिन हैरानी की बात ये है की वैशाली नगर पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर आरोपी द्वारा कई वर्षो से अवैध कारोबार संचालित कर रहा था। लेकिन क्या पुलिस को भी जानकारी नहीं थी, या फिर सबकी मिली भगत थी।

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इसके साथ ही एक हैरानी वाली बात ये भी है कि राजनांदगांव ड्रग विभाग की इस कार्रवाई से ये बड़ा सवाल उठता है कि दुर्ग ड्रग विभाग के नक् के निचे ये अवैध कारोबार सालों से चलता रहा और इस कारोबार की भनक भी दुर्ग ड्रग विभाग को नही थी क्या।

बतादें की कुछ दिन पहले भिलाई के एक दुकान में छापेमार कार्रवाई के दौरान दुकानदार ने ड्रग विभाग के अधिकारियों को बताया था कि भिलाई का एक कारोबारी विवेक गुप्ता द्वारा उसको यह माल सप्लाई किया जाता है। जिसके बाद टीम ने एक बड़ा आर्डर करने को कहा विवेक गुप्ता द्वारा माल सप्लाई की सहमति मिलने पर टीम ने भिलाई स्थित सीधे उसके गोदाम का पता लेते हुए छापेमारी कर दी। ड्रग विभाग ने विवेक गुप्ता के घर से ऑक्सीटोसिन का जखीरा बरामद किया। जिसमे 8 लीटर लिक्विड समेत 9.5 लीटर ऑक्सीटोसिन को तैयार करने का सामाग्री जब्त किया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित दवाई का कारोबार करने वाला विवेक गुप्ता बिहार से लेकर यहाँ भिलाई दुर्ग तक अवैध कारोबार को संचालित करता था। आरोपी ऑक्सीटोसिन लिक्विड को भिलाई के आसपास के खटालों में सप्लाई करता था।

बतादें की प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन लिक्विड लोगो के सेवन करने से बहुत खतरनाक है। इस लिक्विड को दूध उत्पादन को बढ़ाने एसब्जियों को कम समय मे तैयार करना जैसे विभिन्न कार्यो के लिए इसका उपयोग किया जाता है। ड्रग विभाग द्वारा जब्त किये गए ऑक्सीटोसिन लिक्विड को जांच के लिए लैब भेज दिया गया है।

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By Admin

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