रायपुर, 31 जनवरी 2022
अब अवैध खनन और परिवहन पर सख्ती का दिखावा किया जा रहा है। अवैध खनन पर कोई नकेल कसने की जगह परिवहन कर रहे वाहन पकड़कर वाहवाही लूटने की कोशिश की जा रही है। सरकार ने रेत माफ़िया को रेत से मुनाफाखोरी का नया रास्ता दिखा दिया है। रेत लोडिंग के लिए तीन गुनी अधिक रकम वसूली जा रही हैं, यह किसके संरक्षण में हो रहा है? अब तक कांग्रेस कह रही थी कि राज्य में कोई माफिया नहीं है तो क्या रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन का काम कौन संभाल रहा है।अगर रेत की लूट नहीं चल रही थी तो ये वाहन कैसे पकड़े जा रहे हैं?
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साय ने कहा कि सरकार के संरक्षण में सवा तीन साल में रेतमाफ़िया ने राज्य की सभी छोटी बड़ी नदियों, नालों की रेत खोदकर पुल पुलियों को कमजोर करने के साथ साथ पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचा दिया है। अब भाजपा के दबाव में पर्यावरण बचाने, रेतखोरी रोकने का नाटक किया जा रहा है। इतने लंबे अरसे से चल रहे रेत के खेल को आखिर किसलिए छूट दी गई?
बेजा कब्जे और अवैध निर्माणों को लेकर भाजपाई पार्षदों ने जोन-4 के कार्यालय पर दिया धरना।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार का यह राजनीतिक चरित्र सबके सामने आ गया है कि चोर से कहो चोरी करो और सिपाही से कहो कि जागते रहो। सरकार के संरक्षण में रेत की चोरी और लूट चल रही है तो सरकारी मुलाजिम भला क्या कर सकते हैं? राज्य सरकार रेत के अवैध धंधे के मामले में बेनकाब हो गई है। अब वह रेतमाफ़िया द्वारा खोखले किये गए तटों पर वृक्षारोपण कराये और रेतमाफ़िया के वाहनों को राजसात करे। यदि रेतमाफ़िया के वाहन राजसात नहीं किये गए तो यह भी प्रमाणित हो जायेगा कि सरकार सख्ती की आड़ में भी अपनी नीति के मुताबिक खेल ही खेल रही है।