दिल्ली

वेव्स 2025 “रील मेकिंग” चैलेंज एक अनोखी प्रतियोगिता है जो रचनाकारों और उत्साही लोगों को संक्षिप्त 30-90 सेकंड की फिल्म प्रारूप के माध्यम से मेटा के उपकरणों का उपयोग करके अपनी कहानी कहने की कौशलता को प्रदर्शित करने का अधिकार देता है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ साझेदारी में इंटरनेट एवं मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित इस चैलेंज को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। 5 फरवरी, 2025 तक भारत और 20 देशों से 3,379 पंजीकरण हो चुके हैं। यह डिजिटल रचनाकारों को प्रयोग करने, नवाचार करने और लघु-प्रारूप सामग्री की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

यह चुनौती क्रिएट इन इंडिया चैलेंजेस का हिस्सा है, जो विश्व ऑडियो विजुअल और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) के तहत एक प्रमुख पहल है, जो 1 से 4 मई, 2025 तक मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर और जियो वर्ल्ड गार्डन्स में आयोजित किया जाएगा। वेव्स मीडिया एवं मनोरंजन (एम एंड ई) उद्योग में चर्चा, संपर्क और नवाचार को बढ़ावा देने वाला अग्रणी वैश्विक मंच है। यह शिखर सम्मेलन उद्योग जगत के अग्रजों और हितधारकों को एक साथ लाकर उभरते अवसरों का पता लगाएगा। इससे चुनौतियों का समाधान होगा तथा वैश्विक रचनात्मक केन्द्र के रूप में भारत की स्थिति मजबूत होगी। 31 प्रतियोगिताओं में 70,000 से अधिक पंजीकरणों के साथ, क्रिएट इन इंडिया चैलेंजेज रचनात्मकता, प्रतिभा और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी को बढ़ावा दे रहा है।

वेव्स 2025: दुनिया भर के रचनाकारों को एकजुट करना

वेव्स 2025 के तहत एक प्रमुख पहल के रूप में शुरू की गई “रील मेकिंग” चुनौती, भारत के मीडिया और मनोरंजन के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने को रेखांकित करती है, साथ ही इसकी डिजिटल निर्माता अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास को भी दर्शाती है। यह भारत सरकार के “क्रिएट इन इंडिया” के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो पूरे देश और उससे बाहर की प्रतिभाओं को बढ़ावा देता है।

इस चुनौती में अफगानिस्तान, अल्बानिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, अंडोरा, एंटीगुआ और बारबुडा, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी सहित कई देशों से महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी हुई है। यह वैश्विक पहुंच रचनात्मक क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभाव और दुनिया भर के कंटेंट निर्माताओं के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में वेव्स की बढ़ती लोकप्रियता को उजागर करती है।

स्थानीय स्तर पर, प्रविष्टियाँ भारत भर के विविध एवं दूरस्थ स्थानों से आई हैं, जैसे तवांग (अरुणाचल प्रदेश), दीमापुर (नागालैंड), कारगिल (लद्दाख), लेह, शोपियां (कश्मीर), पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह), तेलियामुरा (त्रिपुरा), कासरगोड (केरल) और गंगटोक (सिक्किम)। छोटे शहरों और उभरते रचनात्मक केंद्रों से मिली मजबूत प्रतिक्रिया भारत की समृद्ध कहानी कहने की परंपरा और संपन्न डिजिटल इकोसिस्टम को दर्शाती है।

20 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागियों को “विकसित भारत” जैसे विषयों पर रील बनाना आवश्यक है, जो भारत की तकनीकी और ढांचागत प्रगति पर प्रकाश डालता है और “भारत @ 2047” में देश के भविष्य के विकास की कल्पना की जाती है। ये राष्ट्र के भावी विकास की परिकल्पना करता है। ये विषय-वस्तु कहानीकारों को भारत की नवाचार यात्रा को दर्शाने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। जो देश की प्रगति के लिए उनकी रचनात्मकता और दूरदर्शिता को प्रदर्शित करता है।

थीम

भोजन: स्ट्रीट फूड से लेकर क्षेत्रीय विशिष्टताओं तक, भारत की समृद्ध पाक विरासत का उत्सव मनाएं।

यात्रा: भारत के लुभावने परिदृश्यों, प्रतिष्ठित स्थलों और अछूते स्थानों को कैद करें।

फैशन: पारंपरिक और आधुनिक भारतीय फैशन का मिश्रण देखें।

नृत्य और संगीत: शास्त्रीय प्रदर्शन से लेकर समकालीन धुनों तक, भारत की जीवंत लय का प्रदर्शन।

गेमिंग: भारत की बढ़ती गेमिंग संस्कृति और मनोरंजन पर इसके प्रभाव को समझें।

योग और कल्याण: योग, आयुर्वेद और कल्याण प्रथाओं के माध्यम से एक संपूर्ण जीवन का सार जानें।

सड़क यात्राएँ: भारतीय सड़क यात्राओं, सुंदर मार्गों और यात्रा के रोमांच को साझा करें।

तकनीक: एआर, वीआर और डिजिटल नवाचार के साथ रचनात्मकता को उजागर करें और भविष्य को आकार दें।

पुरस्कार और मान्यता

मेटा द्वारा आयोजित कार्यक्रम और रील्स मास्टरक्लास 2025 के लिए एक विशेष निमंत्रण।

वेव्स इवेंट में प्रवेश हेतु सभी व्यय का भुगतान किया जाएगा।

विजेता रीलों को वेव्स हॉल ऑफ फेम, आधिकारिक वेव्स वेबसाइट और सोशल मीडिया पर प्रदर्शित किया जाएगा।

फाइनलिस्टों को वैश्विक कंटेंट निर्माता प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए मंत्रालय द्वारा समर्थन दिया जाएगा।

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