नई दिल्ली, 18 अगस्त 2021
सवाल: कैंसल्ड चेक आजकल क्यों मांगा जाता है?
जवाब: कैंसल्ड चेक देने का मतलब होता है कि आपने जिस बैंक का चेक दिया है, उसमें आपका खाता है. इस पर खाताधारक का नाम, ब्रांच का नाम और पता, खाता संख्या और एमआईसीआर नंबर होता है. इनके जरिए बैंक में आपके खाते की उपस्थिति सुनिश्चित होती है.
सवाल: किस चेक को कैंसल्ड चेक माना जाता है?
जवाब: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि किसी चेक को उस समय कैंसल्ड चेक कहा जाता है जब चेक पर दो समानांतर रेखाएं खिंची हों और उनके बीच में कैंसल्ड लिखा हो.
सवाल: क्या इस चेक के जरिए खाते से पैसे निकाले जा सकते हैं?
जवाब: इस चेक के जरिए खाते से पैसे नहीं निकाले जा सकते हैं. किसी चेक को कैंसल्ड करने के लिए सिर्फ उस पर दो समानांतर रेखाएं खींचनी है और उसके बीच “Cancelled” लिखना है. कैंसल्ड चेक पर साइन करने की जरूरत नहीं होती है.
सवाल: चेक को कैंसल्ड करने का सही तरीका क्या है?
जवाब: बैंकर्स बताते हैं कि दो समानांतर लाइनें खींचने से ही वह कैंसल्ड नहीं हो जाता है. दोनों लाइनों के बीच “Cancelled” लिखना जरूरी होता है. इसके अलावा चेक को कैंसल करने के लिए सिर्फ काली या नीली स्याही का प्रयोग करना होता. किसी और रंग की स्याही स्वीकार्य नहीं है.
सवाल: किन-किन चीजों के लिए कैंसल्ड चेक इस्तेमाल होता है?
जवाब: जब आप होन लोन, कार लोन, पर्सनल लोन इत्यादि लेते हैं तो बैंक आपसे एक कैंसल्ड चेक मांगता है.
1. इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय इंश्योरेंस कंपनी आपके कैंसल्ड चेक मांगता है.
2. ऑफलाइन तरीके से पीएफ का पैसा निकालते समय आपके कैंसल्ड चेक मांगा जाता है.
3. इसके जरिए यह प्रमाणित किया जाता है कि फॉर्म में भरा गया बैंक एकाउंट आपका ही है.
4. म्यूचुअल फंड में निवेश के समय इंवेस्टमेंट कंपनियां कैंसल्ड चेक की मांग करती है.
5. इलेक्ट्रॉनिक क्लियरेंस सर्विस के लिए रजिस्टर करते समय भी कैंसल्ड चेक की जरूरत पड़ती है.