रायपुर, 19 मई 2022
वंदना राजपूत ने कहा कि महंगाई की वजह से महिलाओं की रसोई का बजट बिगड़ गया है। रसोई में इस्तेमाल होने वाली खाने-पीने की हर छोटी-बड़ी वस्तु के दाम दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं और मोदी सरकार आत्ममुग्ध है। उन्होंने कहा कि जनता को महंगाई के करंट के झटके पर झटके लग रहे हैं। लेकिन केन्द्र सरकार आंखों में रूई ठूंसकर बैठी है। वंदना राजपूत ने कहा कि पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस के साथ-साथ दैनिक जीवन के हर आवश्यक वस्तुओं के दाम में बेतहाशा महंगाई बढ़ती जा रही है। आज मोदी सरकार से महिला बहनें सवाल कर रही है मोदी जी महंगाई कम करने का वादा किया था लेकिन मोदी सरकार ने यूपीए सरकार में 400 रुपए मिलने वाले सिलेंडर को 1100 रुपए कर दिये। 71 रुपये प्रति लीटर मिलने वाले पेट्रोल को 112 रुपये कर दिये। 70 रुपए लीटर था सरसों का तेल वो अब 180 हो गया है। खाद्य फल्ली तेल जो 70 रुपए प्रति लिटर था अब 200 रुपए लीटर हो गया। राहर दाल 65 रुपए प्रति किलो मिलता था अब 130 रुपए हो गया। बिस्कुट जो 15 मे मिलता था ओ 40 रुपये हो गया। हर एक किचन के समान में महंगाई ने कहर ढाया है। आमदनी बढती नही लेकिन खर्चों तो बढ़ती ही जा रही है। अच्छे दिन का झूठा वादा किया था मोदी ने। महिलाएं बड़े आशा से वित्त मंत्री सीता रमण, स्मृति ईरानी, सरोज पांडे, रेणुका सिंह से भी उम्मीद लगाये हुए थे कि महिला होने के नाते महिलाओं के तकलीफ सुलझायेगें लेकिन ये सब को तो महिलाओं के तकलीफ से कोई लेना देना नही है बस अपनी कुर्सी प्यारी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि केंद्र सरकार के नियत ही नही है महंगाई को कम व नियंत्रित करने को इसलिए बेलगाम महंगाई को रोकने के लिये एक भी आवश्यक कदम नही उठाये। मोदी सरकार केवल चंद उद्योगपतियों के भला करने के लिये गरीबों का गला काट रहे है।