लखनऊ, 10 अगस्त 2020
लखनऊ में एक इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रवक्ता से जब उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच कराने के लिए कहा गया तो टीचर ने साफ-साफ अपनी डिग्रियों की जांच कराने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं टीचर ने कहा कि जब तक मोदी और योगी अपनी-अपनी अंकतालिकाओं और अन्य शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच नहीं करा लेते हैं, तब तक वह खुद भी कोई जांच नहीं कराएगा।
इंटर कॉलेज में पदस्थ लेक्चरर का नाम रामनिवास है। रसायन विज्ञान पढ़ाते हैं। शिक्षक के इस अदभुत बयान से अचंभित प्रधानाचार्य ने इस बाबत पत्र जिला विद्यालय निरीक्षक को भेज कर उनकी तनख्वाह रुकवा दी है। डीआईओएस ने सार्टिफिकेट्स की जांच न कराने तक क्रांतिकारी शिक्षक की सेलरी रोकने के निर्देश दे दिए हैं. हालांकि लोग ये भी कह रहे हैं कि शिक्षक की क्रांतिकारिता कहीं इसलिए प्रकट न हो रही हो कि पूरी डिग्री ही फर्जी हो!
फिलहाल यह पत्र खूब वायरल हो रहा है और लोग चटखारे लेकर पढ़-पढ़ा रहे हैं. ढेर सारे लोगो का कहना है कि पीएम सीएम जैसे पदों पर बैठे लोगों को अपनी अपनी डिग्रियों की जांच कराकर देश में सर्वव्यापी डिग्री घोटालों की जांच को आगे बढ़ाने देने के महती दायित्व का निर्वहन करना चाहिए.