रायपुर,

नरेन्द्र मोदी सरकार- वन में रक्षा मंत्री रहीं निर्मला सीतारमण नरेन्द्र मोदी सरकार-टू में वित्त मंत्री का पद संभाल रही है। इंदिरा गांधी के बाद वो दूसरी महिला हैं जो वित्त का प्रभार संभाल रही हैँ। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए वित्त मंत्रालय भी अपने पास ही रखा था। निर्मला सीतारमण को देश के वित्त मंत्रालय का प्रभार ऐसे समय में मिला है, जब देश के सामने आर्थिक मंदी, विकास दर और जीडीपी में गिरावट के साथ  वैश्विक स्तर पर ट्रेड वार का खतरा मंडरा रहा है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि निर्मला सीतारमण कभी दुकान पर सेल्स गर्ल का काम किया करती थीं।

आइए एक नजर डालते हैं निर्मला सीतारमण के जीवन पर-

निर्मला सीतारमण का सफर

  • निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु राज्य के मदुरै में हुआ था. उनके पिता नारायण सीतारमण रेलवे में नौकरी करते थे और माता सावित्री हाउसवाइफ थीं.

  • वित्त मंत्री सीतारमण की शुरुआती पढ़ाई तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली से हुई और उन्होंने अर्थशास्त्र से ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने जेएनयू से इकोनॉमिक में मास्टर्स कर वहीं से एम. फिल. की उपाधि ली.

  • जेएनयू में पढ़ाई के दौरान ही उनकी मुलाताक डॉ परकाला प्रभाकर से हुई थी जिनसे बाद में उन्होंने शादी की. दोनों की एक बेटी है.

    पति के साथ लंदन में रहने के दौरान निर्मला सीतारमण ने घर का सजावटी सामान बेचने वाली एक दुकान में सेल्स गर्ल के तौर पर काम करती थीं. इसके बाद वह लंदन में कृषि इंजीनियर्स एसोसिएशन में भी रही और फिर लंदन के प्राइस वॉटरहाउस में सीनियर मैनेजर बनीं.

  • लंदन से भारत लौटने पर उन्होंने कुछ समय तक हैदराबाद में सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी में डिप्टी डायरेक्टर के तौर पर काम किया.

  • 2003-05 तक वह राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रहीं.

  • 2008 में उन्होंने बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारिणी से जुड़ी और 2010-14 तक वह पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं.

  • 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद उन्होंने मंत्रालयों का भी प्रभार मिला. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्होंने वित्त राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), कॉरपोरेट मामलों की राज्यमंत्री, वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर काम किया. इसके बाद उन्हें राज्यसभा सदस्य रहते हुए रक्षा मंत्री बनाया गया.

  • रक्षा मंत्री के तौर पर उन्होंने मोदी सरकार में बड़ी भूमिका निभाई और रफाल मामले से जुड़े विवादों को लेकर उन्होंने विपक्ष के हर वार को उन्होंने विफल साबित किया.

  • मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया है. इस पद पर पहुंचने वाली वह इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला हैं. हालांकि इंदिरा गांधी पूर्णकालिक वित्त मंत्री नहीं थीं जबकि निर्मला सीतारमण पूर्णकालिक वित्त मंत्री हैं.

 

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