बिलासपुर, 5 जून 2020

कहावत है, सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम-लट्ठा। अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही विधानसभा क्षेत्र में कुछ इसी तरह के हालात बन गए हैं। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) का भविष्य क्या होगा, इसे लेकर मरवाही में सियासत उफान पर है। जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, नेताओं, कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के वॉट्सएप और फेसबुक गुप्स में आए दिन विलय को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।

मरवाही में जोगी कांग्रेस से ज्यादा कांग्रेस औऱ बीजेपी के कार्यकर्ता विलय के मामले को लेकर ज्यादा उत्सुक हैँ। कांग्रेसी और भाजपाईयों की इस उत्सुकता पर जोगी कांग्रेस के स्थानीय नेता वीरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि सत्ता के लोभ में मरवाही में कांग्रेस औऱ भाजपा के नेता निचले स्तर की राजनीति पर उतर आए हैँ।

वीरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि जोगी जी का निधन हुए अभी हफ्ता भर ही बीता है लेकिन कुछ वॉट्सएप ग्रुपों में उनको लेकर तमाम तरह की टीका-टिप्पणी लगातार की जा रही है। इन टीका-टिप्पणियों में कई लोगों की भाषा इतनी अमर्यादित है कि हम उसे यहां दिखा नहीं सकते हैँ। अजीत जोगी को दफनाने, वसीयत के अनुसार उनकी अस्थियों का अमरकण्टक में विसर्जन, पिंडदान किये जाने को भी लोगों ने मुद्दा बना रखा है। इस तरह की घटिया स्तर की बातें इन दिनों मरवाही के सोशल मीडिया ग्रुपों में की जा रही हैं।

बघेल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी सर्वमान्य नेता थे और हमेशा मरवाही क्षेत्र की जनता के दिलों में रहेंगे। पूरा छत्तीसगढ़ अपने महान नेता के जाने से दुखी है, लेकिन कुछ लोग इस तरह की बेहूदा बातें करकें जोगी जी की आत्मा को दुखी कर रहे हैँ। वीरेन्द्र बघेल ने कहा कि जोगी कांग्रेस के विलय को लेकर न तो कोई फैसला किया गया है और न ही किसी में विलय होने जा रहा है। ये बेसिरपैर की बातें हैं। राजनीति अपनी जगह है लेकिन किसी दिवगंत आत्मा के कर्मकाण्ड को लेकर इस तरह से बयानबाजी किया जाना ठीक नहीं है। उन्होंने कुछ लोगों के इस कृत्य को जोगी कांग्रेस के तमाम लोगों की आस्था और भावनाओं के प्रति ठेस पहुंचाने वाला बताया है।

 

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