रायपुर, 4 जून 2020

भारतीय प्रशासनिक सेवा के बलात्कार के आरोपी अधिकारी जनक प्रसाद पाठक को सस्पेंड कर दिया गया है।जनक पाठक पर लगे रेप के आरोपों की जांच का जिम्मा मुख्य सचिव आरपी मंडल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सौंपा है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से उच्च स्तरीय जांच करने का आदेश दिया है। 3 जून को जांजगीर कोतवाली में एक एनजीओ संचालक महिला की शिकायत के बाद जनक प्रसाद पाठक पर रेप का केस दर्ज किया गया था। महिला ने जांजगीर की एसपी पारुल माथुर से मिलकर मामले की शिकायत की थी। जिसके बाद आईएएस अधिकारी पर रेप का मुकदमा दर्ज हुआ।

 

महिला का आरोप है कि आईएएस अधिकारी जनक प्रसाद पाठक ने उसके साथ अपने चैंबर में ही रेप किया। रेप से पहले आरोपी अधिकारी महिला को अश्लील फोटो, और पोर्न वीडियोज भेजा करता था। महिला का कहना है कि वो एक एनजीओ चलाती है और एनजीओ के कामकाज को लेकर ही वो आईएएस अधिकारी से मिली थी।  महिला ने पुलिस को आईएएस अधिकारी द्वारा की गई अश्लील चैट, अश्लील फोटो और भेजे गए अश्लील वीडियोज भी सौंपे हैं।

2007 बैच के IAS जनक पाठक का हाल ही में जांजगीर कलेक्टर से तबादला हुआ था और उन्हें भू-अभिलेख विभाग में पदस्थ किया गया था। महिला का आरोप है कि ना सिर्फ महिला से पर्सनल तस्वीरें मांगी जाती थी, बल्कि खुद भी कलेक्टर अपना पर्सनल फोटो भेजा करते थे। महिला का आरोप है कि जब कलेक्टर की तरफ से झांसा दिये जाने का अहसास उसे हुआ तो उसने कलेक्टर से दूरियां बनानी शुरू कर दी।

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