रायपुर, 19 जून 2020
छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य और प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने केन्द्र सरकार पर छत्तीसगढ़ के साथ छल करने का आरोप लगाया है। शुक्ला ने कहा कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान में केन्द्र सरकार ने छत्तीसगढ़ राज्य को शामिल नहीं करके लाखों छत्तीसगढ़ियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की इस मंशा को प्रदेश भाजपा के नेता अपना मूक समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्या छत्तीसगढ़ की जनता ने 9 भाजपा सांसदों को चुनकर इसलिये दिल्ली भेजा है कि वो राज्य के लोगों के हितों का मामला भी दलीय प्रतिबद्धता के चलते नहीं उठा सकते। सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बात-बात पर भूपेश सरकार पर सवाल उठाते रहते हैं, लेकिन लाखों गरीबों के हित से जुड़ी इस योजना में छत्तीसगढ़ को शामिल नहीं किये जाने के मामले पर वो केन्द्र से सवाल क्यों नहीं कर रहे हैं, सरोज पांडे ,धर्मलाल कौशिक ,रामविचार नेताम ,विष्णुदेव साय की बोलती क्यों बंद हैं। केंद्रीय योजना की दुहाई देने वाले सांसद सुनील सोनी, सन्तोष पांडे कहां छुपे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीगढ़ में दीगर राज्यो से 2.5 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर वापस आये है राज्य के क्वारन्टीन सेंटरों से घर वापसी के बाद इन सबके रोजगार की व्यवस्था की जानी है ।राज्य सरकार मनरेगा के काम खोल कर रखी है यहां पर जॉब कार्डधारी पंजीकृत मजदूरों को काम मिल रहा है ।यदि केंद्र सरकार गरीब कल्याण रोजगार अभियान कार्यक्रम से छत्तीसगढ़ को भी जोड़ती तो राज्य के ढाई लाख से अधिक मजदूरों के लिए रोजगार जुटाना आसान हो जाता ।
कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा कि क्या छत्तीसगढ़ को सिर्फ इसलिए इस योजना से अलग रखा गया है यहां कांग्रेस की सरकार है ?क्या छत्तीगढ़ के लोगो का राष्ट्रीय संसाधनों पर हक नही है ?केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के कोयला आइरन ओर बाक्साइट जैसे खनिज संसाधनों पर यहाँ की उत्पादित बिजली पर अपना हक जमा सकती है लेकिन राज्य के लोगो के लिए जब राहत देने की बात आती तब भाजपा की केंद्र सरकार मुंह मोड़ लेती है राज्य भाजपा के बड़े नेता मोदी सरकार के सौतेले व्यवहार को सही ठहराने में कुतर्क करने लग जाते है