रायपुर, 3 जून 2020
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के संस्थापक अजीत प्रमोद जोगी के निधन के बाद सोशल मीडिया और मीडिया में इस तरह की कई खबरें देखने सुनने को मिल रही हैं कि जोगी कांग्रेस का कांग्रेस में विलय होने जा रहा है। मीडिया और सोशल मीडिया में आईं इस तरह की खबरों को लेकर मरवाही, गौरेला, पेंड्रा जिला कांग्रेस कमेटी के नेताओं में खलबली मच गई है।
जोगी कांग्रेस का कांग्रेस पार्टी में विलय की खबरों को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी गौरेला, पेन्ड्रा, मरवाही के जिलाध्यक्ष मनोज गुप्ता के नाम आदिवासी सामाजिक संगठन ने पत्र लिखकर विरोध जताया है। संगठन ने मनोज गुप्ता के नाम लिखी चिट्ठी की प्रतियां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पूनिया को भी भेजी हैं।
कांग्रेस पार्टी के आदिवासी सामाजिक संगठन के नेताओं ने अपने हस्ताक्षरित पत्र में कई बिंदुओं का जिक्र करते हुए लिखा है कि स्वर्गीय अजीत जोगी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के चलते ही कांग्रेस से निष्कासित किया गया था। पत्र में लिखा है कि स्वर्गीय अजीत जोगी की जाति से संबंधित मामला न्यायालय में लंबित है। 2018 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव और चरणदास महंत के नेतृत्व में लड़ा और बहुमत से जीत हासिल की। पत्र में लिखा है कि जोगी कांग्रेस का कांग्रेस पार्टी में विलय किये जाने से कार्यकर्ताओं के बीच अच्छा संदेश नहीं जाएगा, लिहाजा जोगी कांग्रेस का कांग्रेस पार्टी में विलय नहीं किया जाए।
पत्र को मरवाही विधानसभा क्षेत्र के समस्त आदिवासी समुदाय और कांग्रेस पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं की राय बताया गया है। इस पत्र के सामने आने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता इसे सोशल मीडिया में एक-दूसरे को शेयर कर रहे हैँ। इस बीच कांग्रेस प्रभारी पन्नालाल पूनिया 5 जून की शाम रायपुर पहुंच रहे हैं। 6 जून को पीएल पूनिया राजीव भवन में कांग्रेसियों की बैठक लेंगे। 7 जून को पीसीसी कार्यालय में कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक पूनिया लेंगे। माना जा रहा है कि पूनिया इन दौरे के दौरान मरवाही सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर मंथन करेंगे और जोगी कांग्रेस का कांग्रेस पार्टी में विलय होगा अथवा नहीं, इस पर चल रहे संशय को भी साफ करेंगे।