नई दिल्ली, 4 मई 2023

देश की राजधानी दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगा है। जंतर-मंतर पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दे रहे पहलवानों पर 3 मई की रात दिल्ली पुलिस ने डंडा चला दिया।

3 मई की रात करीब 11 बजे के आस-पास बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान जंतर-मंतर पर पहुंचे और पहलवानों को उनके धरना स्थल पर जाने से ही रोकने लगे। पहलवानों ने बारिश होने की वजह से सोने के लिए फोल्डिंग बैड मंगाए थे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को इन फोल्डिंग बैड्स को धरना स्थल पर ले जाने की इजाजत नहीं दी और धक्का-मुक्की पर उतर आई है।

आरोप है कि दिल्ली पुलिस के कुछ जवान शराब के नशे में धुत होकर धरना स्थल पर पहुंचे थे। शराब के नशे में धुत दिल्ली पुलिस के जवान पर महिला पहलवानों के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगा है। यहां तक कि एक पहलवान दुष्यंत फोगाट के सिर पर डंडा मारकर उसे लहूलुहान करने का भी आरोप दिल्ली पुलिस पर लगा है। इस घटना से पहलवान आक्रोशित हो गए और सोशल मीडिया पर अपने समाज के लोगों से समर्थन में दिल्ली पहुंचने की अपील की। पहलवानों की अपील पर आधी रात में ही हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान से पहलवानों के समर्थन में अन्य पहलवान और समाज के लोग जंतर-मंतर पहुंचने लगे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने पहले ही बेरीकेडिंग लगाकर इन लोगों को जंतर-मंतर पहुंचने से रोक दिया।

दिल्ली पुलिस ने न सिर्फ पहलवानों का समर्थन देने आ रहे लोगों को रोका, बल्कि रात में कवरेज करने के लिए पहुंचे पत्रकारों को भी धरना स्थल पर जाने से रोक दिया। पूरी रात जंतर-मंतर पर पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच तनातनी चलती रही। मामला गर्माता देख दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर धारा 144 लागू कर दी।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और स्वतंत्र पत्रकार साक्षी जोशी को भी दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर जाने से रोका। इन दोनों महिलाओं ने दिल्ली पुलिस पर बदसलूकी करने, उनके कपड़े फाड़ने और मोबाइल छीनने का आरोप लगाया है। आखिर दिल्ली पुलिस को इस तरह की ज्यादती करने का आदेश मिला कहां से है। दिल्ली पुलिस को आखिर डर किस बात का है।

पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है। लेकिन जिस तरह से जंतर-मंतर के चारों तरफ भारी पुलिस बल तैनात करके दिल्ली पुलिस ने घेराबंदी की है। वो कहीं न कहीं किसी साजिश की ओऱ इशारा कर रहा है।

दिल्ली पुलिस की ज्यादती का शिकार हुईं महिला पहलवानों ने कहा कि क्या यही दिन देखने के लिए देश के लिए गोल्ड मेडल लेकर आए थे। खुद के साथ हुई ज्यादती के खिलाफ विनेश फोगाट ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और बजरंग पूनिया ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है।

0Shares
loading...

You missed