एजेंसी, 13 जनवरी 2022
दरअसल चीन जीरो कोविड पॉलिसी के तहत काम कर रहा है और यहां एक भी कोरोना केस आने पर पाबंदियों को सख्त कर दिया जाता है. बेहद कड़े नियम लागू कर कोरोना की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए चीन किसी भी हद तक जाकर नियमों को और ज्यादा कठोर कर देता है
चीन के अनयांग समेत कई शहरों में लगा सख्त लॉकडाउन
कोरोना के ओमिक्रॉन संक्रमण के डर के बीच चीन के अनयांग (Anyang) समेत कई शहरों में बेहद सख्त लॉकडाउन (China Lockdown) लगाया गया है. दो करोड़ से अधिक लोग सख्त लॉकडाउन को झेल रहे हैं.’डेली मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने अभी Shiyan में करीब सवा करोड़ लोग और Yuzhou में 10 लाख से अधिक लोग लॉकडाउन के तहत कैद हैं. जबकि Anyang शहर में 55 लाख आबादी घरों में बंद है. ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के तहत चीन में जिस तरीके का सख्त लॉकडाउन लगाया गया है, उसे ‘दुनिया का सबसे कठोर लॉकडाउन’ बताया जा रहा है. इसमें बेहद क्रूर प्रतिबंधों को लोगों के ऊपर थोपा गया है.
मेटल के बॉक्स में लोगों को किया जाता है कैद
रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना की आशंका के चलते लोगों को मेटल के छोटे बॉक्सनुमा कमरे में 2 हफ्ते तक कैद कर रखा जा रहा है. सुविधा के नाम पर उसमें बेड और टॉयलेट दिए गए हैं. खुद चीनी मीडिया ने इनकी तस्वीरें शेयर की हैं, जिनमें दिखाया गया है कि कैसे Shijiazhuang प्रांत में 108 एकड़ में बने क्वारंटाइन कैंपस हजारों लोगों को रखा गया है. ये कैंपस जनवरी 2021 में पहली बार बनाए गए थे
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चीन में बने इस क्वारंटाइन कैंपस में हजारों की संख्या में मेटल के बॉक्स बनाए गए हैं. जिसमें गर्भवती महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों को आइसोलेट किया जाता है. रिपोर्ट की माने तो लोगों को उस छोटे मेटल बॉक्स में करीब 2 हफ्ते तक कैद रखा जाता है. जहां केवल बेड और शौचालय की सुविधा होती है. चीनी मीडिया में भी इस तरह की तस्वीरें सामने आ रही है. क्वारंटाइन कैंपस से निकल कर लोग अपने बुरे अनुभवों को साझा कर रहे हैं. लोग बता रहे हैं कि किस तहर क्वारंटाइन किए जाने के दौरान लोगों की पिटाई भी होती है. अभी यह साफ नहीं है कि इस तरह का लॉकडाउन कब तक चलेगा.