नई दिल्ली, 17 नवंबर 2020
कोरोना वायरस महामारी के दौर में ज्यादातर सरकारी और निजी कर्मचारी अपने दफ्तर का काम घर से कर रहे हैं. ऐसे में वे दिन में अधिकतम समय इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. इन दिनों साइबर अपराधी भी इसका फायदा उठा रहे हैं. साइबर धोखाधड़ी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. इसलिए साइबर सुरक्षा पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है. अब HDFC बैंक ने एक कैंपेन लॉन्च किया है, जिसका मकसद साइबर फ्रॉड पर जागरूकता फैलाना और उन्हें रोकना है. बैंक ने इसका नाम ‘मूंह बंद रखो’ कैंपेन रखा है.
बैंक ने बयान में बताया कि वह देशभर में अगले चार महीनों के दौरान एक हजार वर्कशॉप का संचालन करेगा. बैंक के मुताबिक फोन, एसएमएस, ई-मेल और सोशल मीडिया पर कार्ड डिटेल, CVV, एक्सपायरी डेट, ओटीपी, नेटबैंकिंग/ मोबाइल बैंकिंग लॉगइन आईडी और पासवर्ड आदि शेयर नहीं करने से लोग अपने पैसों को सुरक्षित रख सकते हैं. इस कैंपेन में लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी.
बैंक की साइबर सुरक्षा के लिए टिप्स
बैंक ने ग्राहकों को ये इन कदमों का पालन करने के लिए कहा है:
- HDFC बैंक या किसी दूसरा कोई भी बैंक आपका ईएमआई भुगतान टालने के लिए कभी ओटीपी, नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग पासवर्ड, कस्टमर आईडी, यूपीआई पिन शेयर करने के लिए नहीं कहता है. कृप्या किसी भी व्यक्ति के साथ फोन, एसएमएस, ईमेल पर अपनी कोई निजी जानकारी को साझा नहीं करें.
- किसी भी व्यक्ति के साथ अपना पिन, पासवर्ड, बैंक डिटेल्स को शेयर नहीं करें.
- अपने घर का पता, कॉन्टैक्ट नंबर या ईमेल आईडी बदलने पर अपने बैंक को इस बारे में जरूरत सूचित करें.
- अगर आपके अकाउंट या कार्ड में कोई संदिग्ध ट्रांजैक्शन देखा जाता है, तो HDFC बैंक का एक प्रतिनिधि आपको फोन करेगा. बैंक इस फोन नंबर से आपको संपर्क करेगा– 61607475.
- हमेशा अपने क्षेत्रीय बैंक का नंबर अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करके रखें. यह आपके कार्ड के खोने या चारी होने पर आपको संदिग्ध ट्रांजैक्शन का अलर्ट भेजकर मदद करेगा. बैंक ने बताया कि आप 61606161 या टोल फ्री नंबर– 18002586161 पर HDFC बैंक की फोन बैंकिंग से संपर्क कर सकते हैं.
- अपने मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप से बैंकिंग ट्रांजैक्शन नहीं करें, जब वह किसी सार्वजनिक या मुफ्त वाईफाई से कनेक्टेड है जो ओपन है और इसलिए असुरक्षित है.