स्पोर्ट्स डेस्क, 13 जून, 2020

कोविड-19 (कोरोना वायरस) बीमारी ने पूरी दुनिया में बहुत कुछ बदल दिया है। खेल, खिलाड़ी और खेल मैदान भी इससे अछूते नहीं है। कोविड-19 पर काबू पाने के लिए अभी दुनिया के कई देशों में रिसर्च जारी है। लेकिन तब तक मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोते रहना ही, इस बीमारी से बचाव का उपाय है। ऐसे में खेल की दुनिया में कोरोना से बचाव के इन तीनों उपायों को अपनाकर खिलाड़ी कैसे मैदान में उतरेंगे। इस सवाल पर खेल विशेषज्ञ हैरत में पड़ जाते हैं।

दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कहा है कि कोरोना वायरस ने क्रिकेट की पूरी दुनिया बदलकर रख दी है। गावस्कर ने कहा कि पिच पर बॉलर और फील्डर को मास्क पहनकर क्रिकेट खेलते देखना बड़ा अटपटा लगेगा। सुनील गावस्कर ने कहा कि क्रिकेट के मैदान में खिलाड़ियों के बीच होने वाली हडल, जीत के बाद का जश्न और फोटो सेशन शायद अब देखने को नहीं मिलेगा। मैदान पर खिलाड़ियों के बीच होने वाली हडल का एक अलग ही मजा था, उसमें दर्शकों को भी भरपूर मजा आता था। हर बॉल के बाद बॉल को सेनिटाइज करना और हर कैच के बाद हाथों को सैनेटाइज करना क्रिकेट का मजा किरकरा कर देगा।

सुनील गावस्कर ने कहा कि कोविड़-19 का  खतरा जिस तरह से अभी तक बना हुआ है। उससे लगता नहीं कि खेल की दुनिया में हालात बहुत जल्द सुधरने वाले हैं। क्रिकेट मैदान पर उतरने वाले हर खिलाड़ी के मन में कोरोना वायरस को लेकर भय रहेगा। हालांकि मैच से पहले हर किसी की जांच की जाएगी। लेकिन खिलाड़ियों में ये विश्वास कि वो बीमारी से संक्रमित नहीं होगा, ये ला पाना बेहद मुश्किल होगा।

भविष्य के क्रिकेट पर गावस्कर ने कहा कि ये क्रिकेट के लिये बेहद मुश्किल वक्त है। कोरोना वायरस का इफेक्ट किसी को पता नहीं है। डॉक्टरों ने सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह दी है, फिर भी ये वायरस कम नहीं हो रहा है। गावस्कर ने कहा कि लगता नहीं कि अक्टूबर-नवंबर से पहले देश में कोई क्रिकेट सीरीज देखने को मिलेगी।

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