रायपुर: विधानसभा के मॉनसून सत्र का तीसरा दिन भी बड़ा हंगामेदार रहा। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद कई मुद्दों पर जबाव सवाल हुए साथ ही कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा भी हुई। लेकिन किसानो के मुद्दे पर विपक्ष का रुख सरकार पर आक्रामक रहा।

दरअसल भाजपा के विधायक स्थगन के प्रस्ताव पर चर्चा चाहते थे। कांग्रेस सरकार के द्वारा किसानो के माफ किये गए कर्ज का सर्टिफिकेट अभी तक क्योँ नहीं दिया गया इस पर सरकार का पक्ष जानना चाहते थे। लेकिन सरकार द्वारा इस मुद्दे पर चर्चा नहीं कराये जाने पर BJP के विधायक सदन में नारेबाजी करने लगे।

 

इसके साथ ही सरकारी सोसाइटी केंद्रों में किसानो को उनकी आवश्यकता अनुसार खाद – बीज नहीं मिल पाने से किसान ज्यादा भाव में अन्य जगहों से खरीददारी करने को मजबूर हैं। ऐसे में सरकार किसानो के लिए सरकारी सोसाइटियों में खाद – बीज उपलब्ध क्यों उपलब्ध नहीं करा पा रही है।

इसके अलावा इस वर्ष वरिष कम होने की वजह से पानी की कमी से किसानो के खेत सुख रहे हैं। ऐसे में किसानो के खेतो तक पानी कैसे पहुचायेगी सरकार इसके लिए क्या योजना है। सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा को लेकर हंगामा करते हुए भाजपा और जनता कांग्रेस के विधायक नारेबाजी कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा कई बार समझने के बाद भी विपक्ष द्वारा नहीं मांनने पर डॉ रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर समेत जनता जोगी कांग्रेस के भी कई विधायकों को निलंबित कर दिया गया। लेकिन उसके बाद भी सरकार के खिलाफ किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष के विधायक नारेबाजी कर रहे हैं।

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By Admin

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