रायपुर,16 जनवरी 2022

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ नोएडा में कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघ के आरोप में दर्ज हुई एफआईआर पर प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है। एक तरफ पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने भूपेश बघेल पर हुई एफआईआर को योगी और मोदी की बौखलाहट बताया है। वहीं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने इसे मोहन मरकाम और कांग्रेसियों की वैचारिक शून्यता का प्रमाण बताया है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर नोएडा के सेक्टर-113 में दर्ज एफ़आईआर को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और कांग्रेस के दीग़र लोगों की टिप्पणी न सिर्फ  अमर्यादित है बल्कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  पर खीझ निकालने जैसा है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर योगी और मोदी की बौखलाहट : मोहन मरकाम

 

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग  सिंहदेव ने कहा कि उत्तरप्रदेश में अब चुनाव आयोग की सरकार काम कर रही है और उसने मुख्यमंत्री बघेल को कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करते पाया, इसलिए उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है। प्रदेश के कांग्रेस नेता यह बात अच्छी तरह गाँठ बांध लें कि उत्तरप्रदेश में क़ानून का राज़ है और क़ानून से बढ़कर कोई नहीं हो सकता।

छत्तीसगढ़ में सत्ता की धौंस दिखाकर क़ानून और कोरोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाते कांग्रेस के लोगों को क़ानून का सम्मान करने की आदत डाल लेनी चाहिए। सिंहदेव ने कहा कि एक प्रदेश के मुख्यमंत्री को किसी दूसरे प्रदेश में राजनीतिक लफ़्फ़ाजी करने के लिए क़ानून को हाथ में लेकर अराजकता फैलाना शोभा नहीं देता और इसकी अनुमति दी भी नहीं जा सकती।

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दशकों सत्ता में रहकर अपनी आदत से मज़बूर बिगड़ैल कांग्रेस नेताओं को अब क़ानून की हद में रहना होगा, यही इस एफ़आईआर का सीधा और साफ़ संदेश है।

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