रायपुर: पैसे वालों के रौब के सामने एक बार फिर गरीबों का मसीहा कहे जाने वाले प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल में गरीबी के साथ कैसा भेदभाव किया जाता है ऐसा मामला आज मेकाहारा के चीरघर में देखने को मिला। आये दिन अपनी सुरक्षा सहित कई मांगो को लेकर हड़ताल पर जाने वाले मेकाहारा के डॉक्टरों की मनमानी ऐसी की चीरघर में भी लाशों के पोस्टमॉर्टम के लिए पैसे वालों के परिजनों का पहले पोस्टमॉर्टम किया जाता है। वहीं गरीबो को तारीख पर तारीख दे दी जाती है।
ऐसा ही एक मामला आज तब सामने आया जब एक गरीब को 3 बजे का समय दिए जाने के बाद भी उसके समय को कई बार बढ़ाया गया। बाद में परिजनों ककी कड़ी आपत्ति के बाद जब मामले में मीडिया ने दखल दिया उसके बाद शाम 5 बजे उनके गरीबो का पोस्टमॉर्टम किया गया।
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