जन विरोध,लगातार शिकायतें व मीडिया में खबरों के बावजूद फर्जी पट्टेधारियों के आगे नतमस्तक है जिला प्रशासन

अपर कलेक्टर के लगातार आश्वासन के बावजूद लोरमी एसडीएम नही कर रहे कार्यवाही

मुंगेली। पूर्ववर्ती रमन सरकार के समय फर्जी पट्टे वितरण, शासकीय भूमि का भी पट्टा बनाने जैसे मामलों को नई सरकार आने के बाद लोरमी के कांग्रेस जन, आम आवाम सड़क पर उतर शिकायत, आंदोलन प्रमाण सहित उजागर करने के बावजूद आजतलक इन शासकीय भवनों में बलात फर्जी पट्टेदारों या फिर भाजपा शासन काल कुछ नामचीन दलालो के फर्जी पट्टे निरस्त कर कार्यवाही ना कर पाना कही ना कही नई सरकार को स्थानीय व जिला प्रशासन द्वारा मुँह चिढ़ाने जैसा समझा जा रहा है। अब ऐसे में आमजनमानस पूर्ववर्ती रमन सरकार के नामोनिशान मिटने बावजूद आखिरकार कौन सा ऐसा पेंच कार्यवाही ना करने में रोड़ा बन रहा है जिस पर ऐसा माना जा रहा है कि सब कुछ उजागर होने के बाद भी “बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया” ही कार्यवाही में रोड़े आ रहा है।

मुंगेली जिले के लोरमी में इन दिनों नगर पंचायत के अंतर्गत फर्जी पट्टा का मामला जोरों पर है भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल के दौरान लोरमी नगर पंचायत में बेहिसाब फर्जी पट्टा वितरण किया गया है यहां तक कि अधिकारी पैसे के लिए सरकारी बिल्डिंग का भी फर्जी पट्टा बांट दिया जब इसकी जानकारी हुई तो लगातार अखबारों,वेब पोर्टलों में समाचार लगने के बाद भी प्रशासन में अधिकारियों के कान में जूं नहीं रेंग रही है ।

मुंगेली में पदस्थ अपर कलेक्टर राजेश नशीने से भी जब इस बाबत चर्चा की गई तो उन्होंने जांच कराने का हवाला देकर ठंडे बस्ते में डाल दिया। इन दिनों लोरमी में फर्जी पट्टा का कारोबार जोरों पर चल रहा है एसडीएम कार्यालय लोरमी में रामलोचन नाम का शख्स जो कि ना तो उस कार्यालय का चपरासी भी नहीं है उसके बावजूद विभाग ने रामलोचन की तूती बोलती है इसका कारण यही है कि रामलोचन तहसील कार्यालय व एसडीएम कार्यालय से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक अपनी पैठ जमा चुका है बड़े बड़े अधिकारियों का स्वागत सत्कार कर यह अपने आप को खुद एक कथित अधिकारी से कम नहीं समझता और राजस्व विभाग के जितने भी काम है चाहे वह डायवर्सन की हो या पट्टे के हो पूरे काम रामलोचन के इशारों पर होता है यही कारण है कि लगातार शिकायतों पर मामले का पटाक्षेप हो जाने के बाद भी अभी तक फर्जी पट्टा बनाने वाले अधिकारियों पर ना तो कोई कार्यवाही की गई है और ना ही रामलोचन के खिलाफ अधिकारी कोई कार्रवाई कर रहे है इससे यह संदेह होता है कि कहीं न कहीं रामलोचन के साथ उच्च अधिकारी भी धनबल के चलते इस फर्जी पट्टे में सम्मिलित है आखिर में क्यों अभी तक फर्जी पट्टा बनाने वाले के ऊपर कार्यवाही नहीं हो पा रही है। पुराने रमन सरकार के कार्यकाल के पर्दाफाश के बावजूद नयी भूपेश बघेल सरकार के दौरान भी कार्यवाही ना होना मुंगेली जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।

एक सरकारी भवन जो कि पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत है लोरमी के वार्ड नंबर 4 में पीडब्ल्यूडी को भी पट्टा बनाकर दे दिया गया है जब इसकी जानकारी वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि शिमान्त दास से की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें अभी जानकारी हुई है कि सरकारी बिल्डिंग का पट्टा बना दिया गया है हम इसका पूरा विरोध करते हैं सही मायने में जो गरीब 50 वर्षों से अपने जमीन पर काफी है उसे आज तक पता नहीं दिया गया है ऐसे लोगों को पट्टा देना चाहिए ना कि पैसे के लालच में अधिकारी सरकारी बिल्डिंग का पट्टा दे पूरे नगर पंचायत के पार्षद इसका विरोध करते हैं और उचित जांच की मांग करते हैं इसी तरह नगर पंचायत के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 10 में भी फर्जी पट्टा का जानकारी मिला जिसकी शिकायत लेकर वार्ड के पार्षद घंशु राजपूत के द्वारा लोरमी से लेकर मुंगेली कलेक्टर तक आवेदन दिया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है अंशु राजपूत का कहना है कि जब हम लोगों को फर्जी पट्टा और वीजा की जानकारी हुई तब हम लोगों ने लोरमी एसडीएम नवीन भगत के पास इसकी शिकायत की शिकायत के हिसाब से हमें जानकारी मिली कि रामलोचन के द्वारा सरकारी भूमि पर अपने नाम का पट्टा बनवा दिया है जबकि रामलोचन ना तो नगर पंचायत का के अंतर्गत आता है और ना ही सर्वे सूची में उसकी नाम है रामलोचन एक गांव तिलकपुर का रहने वाला है और लोरमी नगर पंचायत के अंतर्गत उसे पट्टा कैसे दिया गया या सोचने का विषय है अगर इसी तरह पैसे के लालच में अधिकारी फर्जी पट्टा बनाते रहेंगे तो निश्चित ही रामलोचन जैसे लोग अपना इसे धंधा बनाते रहेंगे।

कब मिलेगा न्याय?

लोरमी नगर वासियों का कहना है कि 2017 से लेकर 2019 तक जितने भी पट्टे बांटे गए हैं वह पट्टे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल के दौरान बांटा गया है इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए आखिर में कुछ पैसों के लिए अधिकारी किसी को भी फर्जी पट्टा बांट दिए हैं इसकी जांच कैसे होगी अगर इसकी जांच नहीं होती है तो हम पूरी नगर पंचायत प्रतिनिधि उग्र आंदोलन के साथ विभाग का घेराव करेंगे जिसकी पूरी जवाबदारी प्रशासन की होगी और रामलोचन जैसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग कर लंबे समय से कर रहे हैं।

नागरिक मंच करेगा आंदोलन?

लोरमी के नागरिक मंच के द्वारा जल्द ही फर्जी पट्टा मामले को लेकर आंदोलन की तैयारी कर रही है उनके पदाधिकारियों ने कहा है कि अगर जल्द ही फर्जी पट्टा की जांच व दोषियों पट्टा निरस्तीकरण कर जेल भेजने की कार्यवाही नही की गई तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य रहेंगे। इसी कड़ी पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सागर सिंह बैस का कहना है कि मुझे भी जानकारी मिली है कि 2017 से लेकर 19 तक फर्जी पट्टा बनाया गया है जिसका मैं निष्पक्ष जांच चाहता हूं अगर वास्तविक में फर्जी पट्टा बना है तो उसकी जांच होनी चाहिए। जहां तक मुझे जानकारी मिली है कि वार्ड क्रमांक 4 में सरकारी भवन का फर्जी पट्टा बनाया गया है यह सरासर गलत है इसकी जांच कराकर संरक्षण दे रहे स्थानीय प्रशासन की रिपोर्ट सरकार तक भेजी जाएगी।

पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी ने तहसीलदार को दिए थे आवेदन

लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने लोरमी तहसीलदार को अपने सरकारी भवन के लिए कई बार आवेदन दिया है जिस पर भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। दुकालू राम नाम का जो शख्स का परिवार वहां रहता है वह भी पीडब्ल्यूडी विभाग का एक चौकीदार के पद पर कार्य करता है जिसका पूरा परिवार उसी सरकारी भवन पर रहता है विभाग के एसडीओ के द्वारा लोरमी तहसीलदार व एसडीएम को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है कि सरकारी भवन का फर्जी तरीके से पट्टा बनाया गया है इसे तत्काल निरस्त कर उस बिल्डिंग को विभाग को सौंपा जाए लेकिन अभी तक तहसीलदार के द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है या कार्यवाही नहीं करना सोचने का विषय है।

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By Admin

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