सुकमा, 18 नवंबर 2020

सर्दी की शुरुआत के साथ ही बस्तर में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ गई है। नक्सलियों की कटे कल्याण एरिया कमेटी ने एक प्रेस नोट जारी करके सुरक्षा बलों पर ग्रामीणों से मारपीट करने और लूटपाट करने के गंभीर आरोप लगाये हैं। नक्सलियों का ये प्रेस नोट ऐसे वक्त में आया है जब एक दिन पहले ही सीएम भूपेश बघेल केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात बस्तर में सीआरपीएफ की 2 अतिरिक्त बटालियन भेजने की मांग करके वापस लौटे हैं।

नक्सलियों ने जो प्रेस नोट जारी किया है उसमें नए पुलिस कैम्प खोलने का विरोध किया गया है। नक्सलियों ने लिखा है कि टेटम, चिकपाल और पोटाली में खोले गए पुलिस कैंपों को फौरन हटा लिया जाए।  नक्सलियों की कटे कल्याण एरिया कमिटी ने दो दिन पहले टेटम गाँव में सुरक्षाबलों द्वारा ग्रामीणों के साथ मारपीट, लूटपाट करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही माओवादियों ने लोन वर्राटू अभियान और सिविक एक्शन कार्यक्रमों पर विरोध जताया है।

नक्सलियों ने पुलिस की सरेंडर पॉलिसी को फर्जी बताते हुए इनामी नक्सलियों का पैसा पुलिस अधिकारियों द्वारा डकारने के आरोप लगाये हैं। नक्सलियों  ने सरेंडर इनामी नक्सलियों को 1 – 1 हजार रुपये दिए जाने का आरोप लगाया है। माओवादियों ने इस प्रेस नोट के माध्यम से 195 नक्सली सरेंडर के दावे को फर्जी बताते हुए नए कैम्पों के स्थापित को खदान खोलने का उद्देश्य बताया है।

 

 

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