रायपुर, 21 जुलाई 2024

त्तीसगढ़ में गैस अथॉरिटी इंडिया लिमिटेड ( GAIL) की मनमानी के विरोध में किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन ने आर-पार की जंग का ऐलान कर दिया है । नरेश टिकैत के नेतृत्व में संचालित किसान संगठन भारतीय किसान  यूनियन (टिकैत) ने 9 अगस्त को बड़ी बैठक बुलाई है। जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से बीकेयू से जुड़े किसान और कार्यकर्ता हिस्सा लेगें।

इस बैठक की जानकारी देते हुए बीकेयू के छत्तीसगढ़ महासचिव तेजराम विद्रोही ने कहा कि दुर्ग जिले में गेल के अधिकारियों ने पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर किसानो को बिना मुआवजा दिए उनकी खड़ी फसलों को जेसीबी से रौंद दिया है और गैस पाइपलाइन डाली जा रही है।

 

विद्रोही ने कहा कि इस दौरान तहसीलदार की उपस्थिति में पुलिस की  मौजूदगी साफ दर्शा रही है कि केन्द्र के इशारे पर प्रदेश के किसानों को कुचलने का काम प्रदेश सरकार के द्वारा किया जा रहा है।  तेजराम विद्रोही ने कहा कि किसान रघुवर साहू ग्राम ढौर हिंगनाडीह (दुर्ग) को घंटों तक थाने में बिठाकर रखा गया। ये एक तरह से किसानों पर अंग्रेजी हुकूमत के दौरान किये जाने वाले जुल्म की इंतेहा को दिखा रहा है। बीकेयू कार्यकर्ता ने कहा कि शासन-प्रशासन किसानों को अकेला ना समझे,  कॉरपोरट के लिए किसानो का शोषण भारतीय किसान यूनियन कभी बर्दाश्त नहीं  करेगा।

गैस अथॉरिटी इंडिया लिमिटेड की इस कारस्तानी की गूंज दिल्ली तक पहुंची है। जिसके बाद बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट करके शासन-प्रशासन को साफ चेतावनी दी है कि किसानों को अगर छेड़ा गया , उनका शोषण औऱ दमन बंद नहीं किया गया तो जल्द ही छत्तीसगढ़ में बड़ा किसान आंदोलन किया जाएगा।

इसी सिलसिले में 9 अगस्त को बीकेयू से जुड़े किसान एक बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। जिसमें आंदोलन की रूपरेखा और आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

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