रायपुर, 25 अगस्त 2020

रायपुर जिला कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियन्त्रण के काम में लगी एक्टिव सर्विलांस टीमों को सहयोग करने की जनता से अपील की है। जिला कलेक्ट्रेट से जारी बयान के मुताबिक जिला कलेक्टर भारतीदासन ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के काम में लगी एक्टिव सर्विलांस टीम के सदस्य घर-घर जाकर लोगों की बीमारियों का डेटा जुटा रहेहैं। कोरोना लक्षण वाले, वृद्ध अथवा किसी प्रकार की पुरानी गंभीर बीमारी वाले लोगों को कोरोना वायरस की चपेट में आने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिये ऐसे लोगों की पहचान किया जाना जरूरी है।

इस काम के लिए जिले में एक्टिव सर्विलांस दल गठित किये गये हैं। लेकिन देखने में आ रहा है कि सर्विलांस दल के लोग जब किसी मोहल्ले या कॉलोनी में जाकर बीमारी से संबंधित जानकारी लेने का प्रयास करते हैं तो लोग उन्हें सही जानकारी नहीं देते हैं। एक्टिव सर्विलांस दलों को पल्स ऑक्सीमीटर भी दिया गया है। जिससे किसी लक्षणयुक्त, वृद्ध अथवा गंभीर बीमारी हिस्ट्री वाले एवं अन्य संभावित व्यक्तियों के ऑक्सीजन लेवल और पल्स रेट नापा जाना है। 90 से कम ऑक्सीजन लेवल होने या सामान्य अवस्था मे पल्स रेट 72-90 रेंज से बाहर होने पर ऐसे व्यक्ति का शीघ्र कोविड-19 टेस्ट कराया जाएगा।

जिला कलेक्टर ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ जंग में हम तभी सफल होंगे जब कोई जानकारी छुपाएगा नहीं। एक्टिव सर्वीलान्स दल द्वारा विशेष रूप से ऐसे लोगो की जानकारी एकत्रित की जाती है, जो किसी अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित हो, बुजुर्ग, गर्भवती महिला, श्वास से संबंधित बीमारी, शुगर, उच्च एवं निम्न रक्तचाप, तथा घर में दस वर्ष से कम उम्र के छोटे बच्चो की विस्तार पूर्वक जानकारी ली जाती है। सभी से अपील है कि एक्टिव सर्वीलान्स दलों के आने पर उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार करें और उनके द्वारा वांक्षित जानकारी सही सही दें। कोई जानकारी छुपाना या गलत जानकारी देना एपिडेमिक एक्ट, 1897 के अधीन दण्डनीय अपराध है तथा आपके या आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक भी हो सकता है।

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